दीपक ठाकुर:NOI।
जन्माष्टमी का पर्व आते ही लोगो को कृष्ण लीलाएं याद आने लगती है।कान्हा का माखन चुराना से लेकर उनका राधा संग प्रेम सभी लोगों के मन को छूने लगता है कृष्ण के बिना राधा अधूरी और राधा के बिना कृष्ण और तो और इस युग मे भी जब कोई प्रेम करता है तो वो यही चाहता है कि उसका प्रेम भी राधा कृष्ण जैसा हो जो सदियों तक पवित्रता के साथ याद किया जाए।
इसी जन्माष्टमी के अवसर पर स्कूल कालेज भी कई प्रकार के आयोजन करते है जिनमे कोई कृष्ण बनता है तो कोई राधा और तो और वो गोकुल धाम का नज़ारा तक स्कूलों में स्थापित कर दिया जाता है ताकि आपको लगे के आप वास्तविक कृष्ण लीला का दर्शन कर रहे हैं।
ऐसे ही चौक ब्रांच के स्टाफ़र्ड स्कूल में शुक्रवार के दिन छोटे बच्चों के साथ जन्माष्टमी उत्सव मनाया गया।इस उत्सव की तैयारी में स्कूल ने कोई कसर नही छोड़ी स्कूल के डेकोरेशन से लेकर राधा कृष्ण के चयन में बहुत ही बारीक नज़र रखी। इसी स्कूल में शिक्षा प्राप्त कर रही के.जी की छात्रा अनुराधा ठाकुर ने राधा की भूमिका को बखूबी अंजाम दिया।कृष्ण और गोपियों के साथ उनका नृत्य भी कमाल का नज़र आ रहा था।राधा की मासूमियत के सभी दीवाने हो गए और तो और जब अनुराधा अपने पापा के साथ घर को जा रही थी तो राहगीर भी उसकी प्रशंसा में एक स्माइल पास करते जा रहे थे।