अयोध्या। राममंदिर निर्माण के लिए देश-विदेश के रामभक्तों द्वारा दान दिया जा रहा है। इसको ध्यान में रख भारतीय स्टेट बैंक ने अयोध्या में पहला विदेशी मुद्रा एक्सचेंज काउंटर खोलने का निर्णय लिया है। इससे भारत के बाहर से आने वाले पर्यटक विदेशी मुद्रा का एक्सचेंज कर सकेंगे।
अयोध्या में स्थित एसबीआई शाखा में भी अक्टूबर तक विदेशी मुद्रा काउंटर खोला जाएगा। शाखा प्रबंधक प्रियांशु शर्मा के मुताबिक अयोध्या में पर्यटकों की सुविधा को लेकर स्टेट बैंक द्वारा विदेशी पर्यटकों के लिए मुद्रा एक्सचेंज काउंटर खोला जाएगा जिसके लिए आरबीआई से अनुमति भी मिल चुकी है।
माना जा रहा है कि अक्टूबर तक इस काउंटर को ओपन कर दिया जाएगा। वहीं बताया कि अयोध्या जनपद में यह पहला काउंटर होगा जिसमें 10 से अधिक मुद्रा को एक्सचेंज किया जा सकेगा।
राममंदिर के लिए दान देने का सिलसिला तेज
राममंदिर निर्माण के लिए दान देने का सिलसिला भी तेज हो गया है। ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष महंत गोविंद देव गिरि ने अपने गुरुदेव व भारत माता मंदिर के संस्थापक ब्रह्मलीन संत स्वामी सत्यमित्रानंद महाराज की स्मृति में सवा लाख का दान घोषित किया। महावीर ट्रस्ट, पटना पहले ही दस करोड़ दान का ऐलान कर चुका है। इसमें दो करोड़ की पहली किस्त ट्रस्ट के खाते में हस्तांतरित कर दी गयी है।
स्वामी रामभद्राचार्य ने भी एक करोड़ 51 लाख के दान का ऐलान किया है। साबरकांठा, गुजरात के वनवासी क्षेत्र के स्वामी शांति गिरि ने भी 51 लाख दान की घोषणा की है। इसी तरह से हरिद्वार की एक संस्था से जुड़े संत ने 25 लाख व हरियाणा के दूसरे संत की ओर से 31 लाख ट्रस्ट के खाते में भेजे जा चुके हैं। उधर रामजन्मभूमि ट्रस्ट के ट्रस्टी व निर्मोही अखाड़े के महंत दिनेन्द्र दास ने भी ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र को एक लाख 21 हजार का चेक भेंट किया। यह चेक महंत श्री दास के शिष्य सुलतानपुर के जरई कला निवासी शिव नायक की ओर से राम मंदिर निर्माण के लिए दिया गया।
दानदाताओं को भेजा जाएगा धन्यवाद पत्र
राममंदिर ट्रस्ट के सदस्य डॉ.अनिल मिश्र ने बताया कि पांच लाख तक का ऑनलाइन भुगतान बैंक में सीधे आ रहा है। एक लाख का दान देने वालों की संख्या भी बहुत बड़ी है। एमआईटी पुणे के छात्रों की ओर से भी राममंदिर निर्माण के लिए 21 करोड़ का दान देने को कहा गया है। अभी तक यह दान नहीं मिला है। श्री राय ने कहा कि संबंधित दानदाताओं के नामों की जानकारी लेकर उनके नाम से ट्रस्ट की रसीद धन्यवाद पत्र के साथ उनके पते पर भेजी जाएगी।