अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए कानूनी और आपसी सहमति से उपाय किए जा रहे हैं. इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रायपुर में कहा है कि भगवान राम के जन्मस्थली पर राम मंदिर बनाने की पहल होगी. मुख्यमंत्री बनने के बाद यह योगी का पहला रायपुर का दौरा है. उन्होंने कहा, “मैं भगवान राम के ननिहाल आया हूं, जन्मस्थल पर राम मंदिर बनाने की पहल की जा रही है. सुप्रीम कोर्ट में 5 तारीख से प्रतिदिन सुनवाई होगी.’
योगी बनाएंगे राम मंदिर!
मंदिर निर्माण बीजेपी के चुनावी मुद्दों में सबसे अहम है. केंद्र में मोदी सरकार के गठन के बाद राम मंदिर निर्माण की कवायद शुरू होने की उम्मीद थी, हालांकि सरकार का हमेशा से मनाना है कि आपसी सहमति के बिना राम मंदिर नहीं बनाया जाएगा. यूपी में हिन्दूवादी नेता योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद से राम मंदिर के निर्माण की उम्मीदें और भी बढ़ गई हैं. योगी सीएम बनने से पहले कई बार, कई मंचों से राम मंदिर की वकालत करते रहे हैं.
सहमति बनाने में जुटे रविशंकर
अयोध्या विवाद को सुलझाने के लिए आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर भी मुस्लिम समाज के लोगों से सहमति बनाने की कोशिश में जुटे हैं. इसी प्रयास में लखनऊ में रविशंकर ने मुस्लिम धर्म के कई नेताओं से मुलाकात भी की थी. शिया वक्फ बोर्ड के प्रमुख वसीम रिजवी ने तो यह बयान दिया था कि जहां रामलाल का जन्म हुआ है वहां राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए मस्जिद तो कहीं भी बन सकती है.
शिया वक्फ बोर्ड रजामंद
उधर मस्जिद की जमीन पर मालिकाना हक को लेकर शिया वक्फ बोर्ड ने कोर्ट में अर्जी दाखिल की हुई है, मामले की सुनवाई आने वाले समय में होगी. शिया वक्फ बोर्ड दूसरे पक्षकारों की रजामंदी के साथ 15-16 नवंबर को अदालत में समझौते की कॉपी सौंपेगा.
SC की पीठ कर रही है सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट ने न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा की अध्यक्षता में तीन न्यायाधीशों की पीठ गठित की है. यह अयोध्या भूमि विवाद में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसलों को चुनौती देने वाली याचिकाओं और विवादित भूमि के मालिकाना हक पर फैसला सुनाने के लिए सुनवाई कर रही है. साल 2010 में इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ ने फैसला दिया था कि भूमि को तीन बराबर हिस्सों में बांटकर इसे संबंद्ध पक्षों सुन्नी वक्फ बोर्ड, निर्मोही अखाड़ा और राम लला को सौंप दिया जाए.
अयोध्या से प्रचार अभियान
सीएम योगी मंगलावार को अयोध्या से निकाय चुनावों के लिए बीजेपी के प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे. योगी राज्य के सभी 16 नगर निगम के चुनाव वाले शहरों में जनसभा करेंगे. निकाय चुनाव 22 नवंबर से तीन चरणों में होंगे. विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिली जबर्दस्त सफलता के बाद ये निकाय चुनाव पार्टी के लिए अग्निपरीक्षा माने जा रहे हैं.