नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। 17 जुलाई को सीक्रेट बैलेट पेपर के जरिए वोटिंग होगी। 20 जुलाई को काउंटिंग है। प्रणब मुखर्ज की कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। अगले राष्ट्रपति को लेकर सत्ता और विपक्ष, दोनों तरफ से कवायद जारी है। इसी सिलसिले में आज कांग्रेस के नेतृत्व में गैर बीजेपी दलों की दिल्ली में बैठक हुई। इस बैठक में RJD प्रमुख लालू यादव भी शामिल हुए थे।
मोहन भागवत के अलावा दूसरे नामों पर विचार करे बीजेपी
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए लालू यादव ने कहा कि अगर मोहन भागवत को राष्ट्रपति चुनाव में खड़ा किया जाता है तो किसी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। बता दें लालू यादव कह रहे हैं कि सत्तापक्ष और विपक्ष मिलकर एक नाम पर सहमति बनाए। दूसरी तरफ तमाम विरोधी दल की कोशिश है कि बीजेपी के खिलाफ एकजुट होकर एक नाम को आगे किया जाए। इसी खींचतान को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने विपक्षी दलों की अहम बैठक बुलाई थी।
विचारधारा से समझौता नहीं कर सकते हैं
लालू यादव ने कहा कि अगर बीजेपी मोहन भागवत को अगले राष्ट्रपति के लिए सोच रही है तो हम इसके खिलाफ हैं। गठबंधन किसका सपोर्ट करेगा इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि गठबंधन मजबूत है और हमारी राय भी एक ही है। लेकिन हम अपनी विचारधारा को लेकर कोई समझौता नहीं करेंगे।
शिवसेना ने मोहन भागवत का नाम आगे किया है
बता दें बीजेपी के सहयोगी दल शिवसेना ने मोहन भागवत का नाम अगले राष्ट्रपति के लिए प्रस्तावित किया है। बीजेपी ने तीन अहम मंत्री अरुण जेटली, राजनाथ सिंह और वेंकैया नायडू को यह जिम्मेदारी दी है कि वे विपक्षी दलों से मुलाकात करें और एक नाम पर आम सहमति बनाएं।
17 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव
राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन 28 जून तक किया जा सकता है। नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 1 जुलाई है। 17 जुलाई को वोटिंग होगी और 20 जुलाई को मतगणना। इस साल राष्ट्रपति चुनाव में EVM मशीन का इस्तेमाल नहीं होगा। चुनाव आयोग ने निर्देश दिया है कि कोई पार्टी व्हिप नहीं जारी कर सकता है। हर विधायक और सांसद अपनी पंसद के उम्मीदवारों को वोटिंग करेंगे। उम्मीदवारों को 15 हजार रुपए सिक्योरिटी के तौर पर जमा करना होगा।