नई दिल्ली, एजेंसी । राज्यसभा मेंनेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने राष्ट्रपति चुनाव में रामनाथ कोविंद को समर्थन की किसी भी संभावना से इनकार करते हुए, इसे विचारधारा की लड़ाई करार दिया। सदाकत आश्रम में आयोजित दावत-ए-इफ्तार के मौके पर उन्होंने लालू परिवार पर आयकर की छापेमारी को बदले की कार्रवाई बताया। कहा- जो कोई भाजपा का विरोध करेगा, उसके साथ वे बदले का कार्रवाई करते हैं। वह चाहे राजनीतिक दल हो, व्यापारी हो, व्यक्ति हो या टीवी चैनल हो। गुलाम नबी आजाद ने कहा कि भाजपा कांग्रेस की तरह लिबरल पार्टी नहीं है। मोदी साहब और उनकी पार्टी ये लोग विरोध सुनना पसंद नहीं करते। अभी भाजपा के लोग जर्मनी की किताब पढ़ रहे हैं। भाजपा चुन-चुनकर अपने विरोधियों को निशाना बना रही है। राष्ट्रपति चुनाव के मामले पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भाजपा के लोगों ने जब कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात की थी, उस वक्त पार्टी का कोई कैंडिडेट नहीं था। अब तब कैंडिडेट का नाम सामने गया है। 22 जून को विपक्षी पार्टियों की बैठक में तय किया जाएगा।