अतुल यादव
अल्जाइमर और डिमेंशिया के मरीजों से किसी भी प्रकार भेद-भाव न करें
= जागरूक बनें, डिमेंशिया दूर करें
= कोरोना वायरस के प्रति ग्रामीणों को किया जागरूक
कासगंज, 26सितम्बर 2020 |
आज 26 सितंबर को राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम कासगंज के द्वारा अलीपुर गांव में मानसिक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया | यह शिविर डिमेंशिया जागरूकता सप्ताह 21 से 27 सितंबर के तहत जिला स्वास्थ्य कार्य समिति तथा मानसिक स्वास्थ्य इकाई टीम के तत्वाधान में आयोजित किया गया | जिसका मुख्य उद्देश्य डिमेंशिया बीमारी के बारे में ग्रामीण क्षेत्रों में जनमानस को जागरूक करना | कार्यक्र्म के अंतर्गत गांव अलीपुर में साइकाइट्रिक नर्स अरुण शर्मा तथा ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर प्रेम कुमार के द्वारा लोगों को डिमेंशिया बीमारी के बचाव कारण तथा उपचार के बारे में बताया गया साथ ही लोगों को जागरूक भी किया गया |
मनोचिकित्सक नर्स अरुण कुमार शर्मा ने बताया की अल्जाइमर होने से पहले डिमेंशिया की स्टेज शिरू हो जाती है | यह बीमारी भी भूलने से संबंधित है | जब कोई लंबी बीमारी जिसका इलाज नहीं किया जाता है तो ब्रेन के केमिकल का स्तर गड़बड़ा जाता है जिसके कारण से डिमेंशिया बीमारी होती है तथा अल्जाइमर बीमारी जिसको भूलने की बीमारी के नाम से भी जाना जाता है | यह प्राय वृद्धावस्था में होती है जिसमें व्यक्ति हाल ही में हुई घटनाओं को भी भूल जाता है जिसके कारण व्यक्ति में बेचैनी तथा एकाग्रता की कमी आती है | इन दोनों बीमारियों के कारण चोट मद्यपान संतुलित आहार ना लेना उच्च रक्तचाप कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ना आदि प्रमुख कारणों के कारण यह बीमारी हो सकती है इसलिए इसके बचाव के लिए जरूरी है कि नियमित व्यायाम करें धूम्रपान और मद्यपान का सेवन ना करें योग करें संतुलित आहार लें कोलस्ट्रॉल लेवल को ना बढ़ने दें | समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण कराते रहें तथा इस तरीके के लक्षण अगर किसी में आपको दिखाई देते हैं तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर मानसिक रोग विभाग में जाकर उसका इलाज कराएं एवं | मनोरोग परामर्श लें | अल्जाइमर और डिमेंशिया की जागरूकता के बाद में अरुण कुमार शर्मा ने कोरोना वायरस के बारे में भी ग्रामीणों को जागरूक किया तथा अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए रखने के लिए काढ़ा पीने की सलाह दी मास्क का प्रयोग करने साथ ही समय -समय पर अपनें हाथों को साबुन से धोते रहें और अपने आस- पास साफ सफाई की भी रखें और यह शिक्षा दूसरों को भी दें | अल्जाइमर और डिमेंशिया के मरीजों से किसी भी प्रकार भेद-भाव न करें ऐसे मरीजों को आप के सहयोग एवं अपनेपन दी शिविर की समाप्ति पर अरुण कुमार शर्मा ने उपस्थित वृद्ध लोगों को पूर्णा से जागरूक करने के लिए फेस मास्क तथा हाथ साफ करने के लिए साबुन भी वितरित किए और डिमेंशिया जागरूकता के लिए पंपलेट वितरण भी किया प्रोग्राम समाप्ति पर बीपीएम प्रेम कुमार ने सभी उपस्थित लोगों का आभार जताया की जरूरत होती हैं |
जागरूक बनें, डिमेंशिया दूर करें
इस भूलने की बीमारी पर नियंत्रण पाने के लिए जरूरी है कि शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के साथ ही मानसिक रूप से अपने को स्वस्थ रखें । नकारात्मक विचारों को मन पर प्रभावी न होने दें और सकारात्मक विचारों से मन को प्रसन्न बनाएं। पसंद का संगीत सुनने, गाना गाने, खाना बनाने, बागवानी करने, खेलकूद आदि जिसमें सबसे अधिक रुचि हो, उसमें मन लगायें तो यह बीमारी नहीं घेर सकती । इसके अलावा नियमित रूप से व्यायाम और योगा को अपनाकर इससे बचा जा सकता है । दिनचर्या को नियमित रखें क्योंकि अनियमित दिनचर्या इस बीमारी को बढ़ाती है । धूम्रपान और शराब से पूरी तरह से दूरी बनाना ही हित में रहेगा । यदि डायबिटीज या कोलेस्ट्रोल जैसी बीमारी है तो उसको नियंत्रित रखने की कोशिश करें ।