नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने पार्टी के नेतृत्व में बड़े फेरबदल के संकेत दिए हैं। ये संकेत इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि उन्होंने गांधी परिवार से बाहर के सदस्य को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की बात कही है।
प्रियंका ने कहा कि एक गैर-गांधी को पार्टी का नेतृत्व करना चाहिए, जैसा कि राहुल गांधी द्वारा पद से इस्तीफा देने के बाद कहा गया था। दरअसल, राहुल गांधी ने इस्तीफा देते हुए कहा था कि किसी गैर गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया जाए।
कांग्रेस महासचिव ने कहा, उन्होंने (राहुल गांधी) कहा है कि हममें से कोई भी पार्टी का अध्यक्ष नहीं होना चाहिए और मैं उनकी इस बात से पूरी तरह सहमत हूं। उन्होंने आगे कहा, मुझे लगता है कि पार्टी को अपना रास्ता भी तलाशना चाहिए।
भाजपा के खिलाफ धारणा की लड़ाई हारने वाली पार्टी के बारे में जब प्रियंका से पूछा गया तो उन्होंने कहा, कांग्रेस ‘नए मीडिया’ को समझने में धीमी थी और जब तक उसने इसे समझने की कोशिश की, तब तक नुकसान हो चुका था।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने यह भी कहा कि वह एक गैर-गांधी को ‘बॉस’ के रूप में स्वीकार करेंगी। उन्होंने कहा, अगर वह (पार्टी अध्यक्ष) कल मुझसे कहते हैं कि वह मुझे उत्तर प्रदेश में नहीं चाहते हैं, वह मुझे अंडमान और निकोबार में चाहते हैं तो मैं खुशी-खुशी अंडमान और निकोबार जाऊंगी।’
दरअसल, प्रियंका का यह बयान मंगलवार को द प्रिंट द्वारा प्रस्तुत भारत के अगली पीढ़ी के नेताओं पर एक पुस्तक में प्रकाशित साक्षात्कार का हिस्सा है। प्रियंका के हवाले से कहा गया है कि जब भाजपा ने उनके पति रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए तो उन्होंने अपने बेटे और बेटी को सब कुछ स्पष्ट रूप से बताया।
उन्होंने कहा, जब मेरे पति के बारे में आरोप लगाए गए, तो मैं अपने 13 वर्षीय बेटे के पास गई और उसे हर एक लेन-देन भुगतान के बारे में बताया। मैंने अपनी बेटी को भी इस बारे में बताया। मैं अपने बच्चों से चीजें नहीं छिपाती हूं। मैं उनके साथ बहुत खुलकर बात करती हूं।