भोपाल, जेएनएन। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भोपाल में एक अखबार बेचने वाले बच्चे कौशल से बातचीत क्या कर ली, उसकी तो तकदीर पलट गई। इस बच्चे को शनिवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय बुलाया गया और उसे पढ़ाई के लिए प्रतिमाह एक हजार रुपये और उसके पिता दुलीचंद शाक्य को एक कांग्रेसी नेता साजिद अली के कॉलेज में कर्मचारी के रूप में नौकरी देने का फैसला किया गया।
गौरतलब है कि 25 अप्रैल को एयरपोर्ट की ओर जा रहे राहुल गांधी की नजर लिंक रोड पर अखबार बेचते एक बालक पर पड़ी थी। उन्होंने कौशल से अखबार लेकर एक हजार का नोट दिया। इस पर सकपकाए कौशल ने कहा था कि ‘मेरे पास छुट्टे नहीं हैं। आप अखबार ले लीजिए।’ बालक की बात से खुश होकर राहुल गांधी ने पूछा कि वह पढ़ लिखकर क्या बनना चाहता है, तो बालक ने निसंकोच कहा ‘मैं डॉक्टर या इंजीनियर बनना चाहता हूं।’ शनिवार को बच्चे की पढ़ाई का पुख्ता इंतजाम हो गया।