रिलायंस कैपिटल ने डिजिटल भुगतान कंपनी Paytm में अपनी करीब एक प्रतिशत हिस्सेदारी 275 करोड़ रुपये में चीन के अलीबाबा समूह को बेच दी. यह सौदा अनिल अंबानी समूह की कंपनी के लिए काफी फायदेमंद रहा।
रिलांयस ने क्यों बेची हिस्सेदारी?
रिलायंस समूह की वित्तीय सेवा इकाई ने पेटीएम में 10 करोड़ रपये निवेश किया था. इस सौदे के हिसाब से पेटीएम का मूल्यांकन 4 अरब डालर बैठता है जिसे रणनीतिक निवेशक के रूप में अलीबाबा का समर्थन हासिल है. सूत्रों के अनुसार रिलायंस कैपिटल ने पेटीएम ई-वाणिज्य कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बनाये रखी है जो उसे बिना किसी लागत के मिली है. इसका कारण मूल कंपनी में उसका निवेश है. कोष जुटाने के ताजा दौर में पेटीएम-ई-कामर्स का मूल्यांकन एक अरब डालर आंका गया था.
रिलांयस ने सौदे के बारे में नहीं बताया
रिलायंस कैपिटल के प्रवक्ता ने सौदे के बारे में कुछ भी कहने से मना कर दिया. पेटीएम के प्रवक्ता ने भी कोई टिप्पणी नहीं की. इससे पहले, रिलायंस कैपिटल ने कहा था कि वह गैर-प्रमुख संपत्ति को बेचकर निवेश पोर्टफोलियो को कम करेगी.