सरफराज अहमद की रिपोर्टः नानपारा, बहराइच।
विज्ञान के युग में भी उन्नीसवीं सदी के एलेक्जेण्डर पोप की रचना रेप आफ दि लाॅक से मिलते जुलते अजीबो गरीब किस्से आमतौर से आज कल चोटीकटवा के रूप में सुनने को मिल रहे हैं। बताते चलें कि बीते तीन दिनों में महज नानपारा में अलग अलग जगहों से तीन चोटी कट जाने के मामले सामने आए हैं लेकिन इसे कोई अफवाह बता रहा है तो कोई कहता है कि ये महज नटखट दोस्तों की शरारतें हैं तो कोई कह रहा है कि तांत्रिक विद्या में पारंगत होने के लिए ही ये नुस्खे हैं जो लोगांे द्वारा चोरी छुपे आजमाए जा रहे हैं। नानपारा में भग्गापुरवा, बेलदारन टोला और तोपखाना मोहल्ले में किषोरियों और महिलाओं की चोटी कटने की बात सामने आई, भीड़ ने पीड़ितों को परेषान कर दिया लेकिन पुलिस इसे केवल अफवाह मानती है कोई केस दर्ज नहीं है। इसके अलावा पीड़ितों को पुलिस प्रषासन की अभद्रता का षिकार भी होना पड़ता है। फिर भी न जाने कब इस चोटी काटने वाले रहस्य से निजात मिलेगी। इसी इन्तजार में रोज रात बेचारी निर्दोष लड़कियों व महिलाओं को अपनी चोटी बचाने के लिए नए नए तरीके इजात करने पड़ रहे हैं।