समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति को जमानत देने वाले जज ओपी मिश्रा को सस्पेंड कर दिया गया है। रेप के आरोप में फंसे प्रजापति को पॉस्को कोर्ट के स्पेशल जज मिश्रा ने हाल ही में जमानत दी थी। एएनआई की खबर के मुताबिक जज के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश जारी भी किए गए हैं।
बता दें कि इससे पहले हाईकोर्ट ने प्रजापति की जमानत पर रोक लगा दी थी। सरकार ने हाईकोर्ट से कहा कि एक महिला ने गायत्री व उसके साथियों पर तीन वर्ष तक सामूहिक दुराचार करने का आरोप लगाया है। उसकी बेटी का भी यौनशोषण किया गया। इन गंभीर आरोपों को देखते हुए उसे जमानत नहीं दी जानी चाहिए।
50 वर्षीय महिला ने कैबिनेट मंत्री रहे गायत्री प्रजापति व छह अन्य पर सामूहिक दुराचार के आरोप लगाए थे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 17 फरवरी को इन सभी पर एफआईआर दर्ज हुई थी।
महिला का कहना था कि 2014 से 2016 के बीच उससे दुराचार किया गया। आरोपियों ने उसकी बेटी के साथ भी दुराचार की कोशिश की। 17 दिन अंडरग्राउंड रहने के बाद गायत्री को 15 मार्च को गिरफ्तार किया गया था।