बुलंदशहर- रेप जैसे जघन्य अपराध को लेकर पूरे देश में बहस छिड़ी हुई है, मगर संवेदनहीन उत्तर प्रदेश पुलिस आए दिन कोई न कोई शर्मसार कर देने वाला कारनामा कर देती है। रविवार रात भी कुछ ऐसा ही हुआ। बुलंदशहर में रेप पीड़ित दस वर्षीय बच्ची को मेडिकल चेकअप के लिए महिला थाने भेजा गया था और पुलिस ने उसे हवालात में डाल दिया।
जिले के एक गांव की बच्ची रविवार रात दुकान से कुछ सामान लेने गई थी। गांव के ही हरेंद्र उर्फ बौना ने उसके साथ रेप किया। पुलिस गांव पहुंची, लेकिन आरोपी फरार हो चुका था। बच्ची का मेडिकल कराने के लिए नगर कोतवाली लाया गया। रात अधिक हो गई थी। इसलिए बच्ची को महिला थाने भेज दिया गया। मगर महिला थाने में उसे सलाखों के पीछे डाल दिया गया। नियम के मुताबिक किसी बाल अपराधी को भी न तो हथकड़ी लगा सकते हैं और न उसे हवालात में डाल सकते हैं। यहां तो बच्ची खुद पीड़ित है। एसएसपी गुलाब सिंह ने कहा कि मामले में जांच का आदेश दिया गया है।
पुलिस चौकी में इंसानियत तार-तार
बुलंदशहर में ही एक पुलिस चौकी पर इंसानियत तार-तार हुई। एक विक्षिप्त महिला ने दुकान पर पत्थर क्या फेंका उसके साथ हैवानियत भरा सुलूक किया गया। उसके हाथ-पैर बांधकर सड़क पर काफी देर तक धूप में बिठाए रखा गया। सड़क पर घसीट-घसीटकर उसकी पिटाई की गई। फिर घसीटकर पुलिस चौकी के सामने लाया गया, लेकिन पुलिस ने भी इस पागल भीड़ को रोकने की कोशिश नहीं की। यह घटना खुर्जा कसबे की है। पीड़िता सड़कों पर काफी दिनों से घूमती रहती है। उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं है।