लखीमपुर खीरी/शरद मिश्रा –अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को देखते हुए शहर से लेकर देहात तक लोग योग कर रहे हैं क्योंकि योग से ही शरीर की ऊर्जा बढ़ती है व शरीर के रोगों से मुक्ति भी मिलती है।
बताते चलें की लखीमपुर खीरी जिला कारागार मे योग दिवस को मददेनजर रखते हुए एक सप्ताह का योग शिविर 15 जून से 21 जून तक चला जिसमे सैकेडों कैदीयों ने जेल मे योग किया।
इस योग अभ्यास में कैदी महिलाओ को बनवारी लाल पांडेय ने योग कराया व बुजुर्ग आदमियों और युवकों को महेश चंद्र जयसवाल ने योग सिखाया।
इस दौरान जेल अधीक्षक ज्ञान प्रकाश ने बताया कि पतांजलि के योग विशेषज्ञों के निर्देशन में जेल में मौजूद कैदीयों ने विधिवत योग का अभ्यास किया इसके अलावा वृद्ध कैदियों ने भी आसन व प्रणायाम कर योग का अभ्यास किया।
जेलर ज्ञान प्रकाश ने कहा कि निर्धारित समय प्रातः 6 बजे से 8 बजे तक योग क्रियाएं की जाती है जिससे मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री के निर्देशन का अक्षरसः पालन हो रहा है।
जेलर ज्ञान प्रकाश न यह भी कहा कि योग से कैदियों के जीवन को बदला जा सकता है ये कैदी समाज के वे टुकड़े है जिन्हें समाज मे रहने लायक माना नही जाता जो लोग योग में विश्वास नही रखते उनके लिए लखीमपुर खीरी जेलर ज्ञान प्रकाश ने संदेश देते हुए कहा कि तुम भी बुरे इंसान नही थे फिर भी बुराई की गिरफ्त में आ गए यदि योग का ज्ञान तब होता तो शायद जीवन आज ऐसा न होता।
मन सबसे ज्यादा अपने खुद के अंधेरों से डरता है और योग उस डर से मुक्ति दिलाता है।
वैसे लखीमपुर जेल की साफ सफाई व अनुसासन देख कर लखीमपुर जेलर ज्ञान प्रकाश की तारीफ किये बिना कोई अपने आप को रोक नही पाता है।