नई दिल्ली। बॉलीवुड में खान त्रयी के बाद नंबर वन हीरो की गद्दी के प्रबल दावेदार रणबीर कपूर और इमरान खान माने जा रहे हैं। हालांकि ‘रॉकस्टार’ और ‘बर्फी’ की अच्छी सफलता से रणबीर कपूर का ग्राफ ऊपर बढ़ चुका है।
इमरान कहते हैं, ‘हर कलाकार की अपनी ताकत और कमजोरी होती है। मसलन सलमान खान की बॉडी कमाल की है। मेरी नहीं है। लिहाजा वह उनकी ताकत है। अब तक मुझे बड़े निर्देशकों ने फिल्म ऑफर नहीं की है, लेकिन जिनके साथ मैंने काम किया है, मेरी फिल्में सफल रही हैं। इत्तफाक से ज्यादातर निर्देशक डेब्यू रहे हैं। यह मेरी ताकत है। पहली बार मैंने विशाल भारद्वाज के संग ‘मटरू की बिजली का मन्डोला’ में काम किया। वे बड़े निर्देशक हैं। इत्तफाक से वह फिल्म ठीक रही। मैं वैसी फिल्में चुनता हूं, जो मुझे ऑफर की जाती हैं। अब मैं अपने मिजाज और अपने मन की ही फिल्में चुनता रहूं तो फिर मुझे घर बंद कर बैठ जाना चाहिए। बरसों इस इंतजार में दिन काटना चाहिए कि कब मुझे मेरी पसंद की फिल्में मिलेंगी।
‘रॉकस्टार’ और ‘बर्फी’ रणबीर कपूर के लिए ही लिखी गई थीं। वे मुझे ऑफर नहीं हुई। उसका मुझे जरा भी मलाल नहीं है। जहां तक हम दोनों की दुश्मनी या जलन की खबरें मीडिया में आती हैं, वे सब बेकार की बातें हैं। हम दोनों के संबंध बेहद मधुर हैं। वे बहुत अच्छे इंसान हैं। मेरी ओर से भी यही कोशिश रहती है कि मैं संबंधों को मधुर बनाकर रखूं। सवाल जहां तक प्रतिस्पर्धा का है तो मुझे नहीं मालूम कि मैं उन्हें किस तरह हराऊं। मैं यह भी नहीं मानता कि उनकी असफलता से मुझे कोई फायदा होगा। न उनकी सफलता से मेरी चाल डगमगाएगी। हम ओलंपिक रेस में हिस्सा नहीं ले रहे, जो नंबर वन या टू पर आ जाएं। इसलिए यहां तो हार-जीत का सवाल ही नहीं उठता। हां, यह बात भी नहीं है कि हम दोनों बहुत गहरे दोस्त हैं, क्योंकि मैं उन लोगों को दोस्त मानता हूं, जिन्हें मैं 20-25 सालों से जानता हूं, न कि चंद बरसों से।’