सीतापुर-अनूप पाण्डेय,आशीष गौड़/NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर के लहपुर एक ऐसी हैरान कर देने वाली घटना सामने आई मृतक मलिखे जो भूखे के कारण अधेड़ की मौत हो गई आपको बताते चले की
मृतक मलिखें की पत्नी कलावती व अन्य पास पड़ोस के लोगों ने बताया कि कई दिनों से घर का चूल्हा ही नही जला था उसकी पत्नी और बच्चा भूखे ही पानी पीकर सो जाया करते थे और मलिखे सांस का मरीज भी था गरीबी के कारण वह अपना इलाज भी नही करा पा रहा था न ही उसका राशन कार्ड बना था उसने कई बार सप्लाई आफिस में जाकर हाथ पैर भी जोड़े मगर उसकी किसी ने नही सुनी कई बार उसने ऑनलाइन राशन कराया आवेदन भी किया मगर उसका राशन कार्ड नही बना परिजनों का आरोप है की सप्लाई स्पेक्टर ने उसे भगा भी दिया था ।
जिसके चलते हालत बहुत ही नाजुक व खराब हो गई थी भूख ने आखिरकार इस संसार को छोडने पर मजबूर कर दिया मृतक मजदूरी करके अपने वह अपने पत्नी सहित एक बच्चे की जीविका को चलाता था लेकिन जब बीमारी ने उसे अपने कब्जे में कर लिया उसे जकड़ लिया अंततः मलिखें की मृत्यु निश्चित हो चुकी थी आपको बता दें कि मृतक मलिखें के पास घर के हिस्से में सिर्फ 6 फिट जगे आई थी उस जगह का विक्रय कर अपनी बेटी की शादी में करके और भी कुछ पैसों का बंदोबस्त किया इसके बाद अपनी बेटी की शादी की अब उसके पास रहने के लिए कोई भी जगह नहीं बची थी तभी उसे काशीराम कॉलोनी टांडा सालार में आवास मिला वह लगभग 4 वर्ष पूर्व से उसी आवास में रह रहा था मलिखे के दो पुत्र एक का नाम सोनू जो 19 साल का है लेकिन उसका कोई भी वास्ता व सरोकार घर से नहीं है और दूसरे का नाम सोहित जो अभी नाबालिक है उसकी उम्र 8 वर्ष है घर पर किसी प्रकार का कोई आमदनी का कोई भी स्रोत स्रोत नहीं है और लगभग 4 दिनों से उसके घर पर चूल्हा तक नहीं जला राशन का एक भी दाना उसके घर पर नहीं था जानकारी मिलने के अनुसार मलिक ने राशन से संबंधित बात को लेकर के कोटेदार व सप्लाई इंस्पेक्टर भदेश्वर से भी गुहार लगाई थी लेकिन उसकी गरीबी के चलते उसकी कहीं भी एक ना सुनी गई मलिखे की राशन कार्ड इस समस्या को लेकर सभासद ने भी बहुत दौड़ लगाई यहां तक की सभासद के जनप्रतिनिधि संजीत अवस्थी उर्फ अन्नू से इसको लेकर काफी नोकझोंक सप्लाई इंस्पेक्टर भदेश्वर से हो चुकी थी लेकिन फिर भी भदेश्वर ने किसी भी प्रकार का उस पर ध्यान नहीं दिया और ना ही उस की कार्यवाही को आगे बढ़ाया उसने कई बार राशन कार्ड के लिए आवेदन भी कर रखा था
पास पड़ोस के लोगों का कहना मलिखे की मौत का कारण सिर्फ और सिर्फ भूख है
पास पड़ोस के लोगों ने चंदा लगाकर किया अंतिम संस्कार पास पड़ोस के लोगों का कहना है स्कीमर लिखे का अंतिम संस्कार हम सभी लोगों के द्वारा चंदे की धनराशि से किया गया है क्योंकि वह निहायत गरीब व असहाय व्यक्ति था उसके पास किसी भी प्रकार का पैसो का प्रबंध नहीं था और पास पड़ोस के लोगों के द्वारा जो पैसे इकट्ठे किए गए थे उन्हीं से उसका अंतिम संस्कार कराया गया।