नई दिल्ली: लालू परिवार का हाल इन दिनों काफी बेहाल है, पर इसके लिए स्वयं राजद अध्यक्ष लालू यादव ही जिम्मेदार हैं| कानून को अपनी जेब में रखने की उनकी पुरानी आदत है, और पहले भी उन्होंने ऐसे कई कारनामे किये जो पूरी तरह कानून के खिलाफ रहे| चारा घोटाला में लालू यादव सजायाफ्ता हैं, और जमानत पर जेल से बाहर हैं| लेकिन इस बार उन्होंने ऐसे इंतजाम कर रखे हैं, कि लगता है अपने साथ वो पत्नी राबड़ी देवी, बेटा तेजेस्वी और बेटी मीसा यादव को भी जेल ले जायेंगे|
आपको बताते चलें कि लालू यादव यह आरोप लगा रहे हैं कि सीबीआई मोदी सरकार के इशारे पर उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को साजिश के तहत् निशाना बना रही है| लेकिन ये जग जाहिर है, कि किस प्रकार से भ्रष्टाचार करके लालू यादव ने अकूत सम्पति अर्जित कर रखी है| पहले चारा घोटाला और अब बेनामी सम्पति -लालू यादव ने बेख़ौफ़ कानून को ताक पर रखकर अपने परिवार के लिए धन अर्जित किया है|
पहले सीबीआई ने लालू प्रसाद, बेटे तेजस्वी यादव और पत्नी राबरी देवी के खिलाफ भ्रष्टाचार का एक मामला दर्ज करके दिल्ली, पटना, रांची और भुबनेश्वर में उनके 20 ठिकानों पर छापेमारी की| सीबीआई ने यह मामला भादंवि की धारा 120बी आपराधिक साजिश, 420 धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के तहत दर्ज किया था|
सीबीआई के मुताबिक, एक साजिश के तहत, 2004 से 2014 के बीच में पूरी और रांची स्थित भारतीय रेलवे के बीएनआर होटलों के नियंत्रण को पहले आईआरसीटीसी को सौंपा गया, और फिर इसका रखरखाव, संचालन और विकास का काम पटना स्थित सुजाता होटल प्राइवेट लिमिटेड को दे दिया गया|
सीबीआई के मुताबिक, लालू यादव के रेल मंत्री काल में 2004 से 2014 के बीच निविदाएं देने में धांधली की गयी, और निजी पक्ष सुजाता होटल को फायदा पहुंचाने के लिए निविदा की शर्तो में परिवर्तन कर दिया गया| इसके बदले में पूर्वी पटना में तीन एकड़ जमीन को बेहद कम कीमत पर डिलाइट मार्केटिंग को दिया गया जो कि लालू यादव के मित्र और पूर्व मंत्री प्रेमचंद मिश्र की पत्नी के नाम बताई जा रही है| फिर बाद में इसी जमीन को लारा प्रोजेक्ट्स के नाम पर स्थानांतरित कर दिया गया, जिसके मालिक लालू, राबड़ी ओर तेजस्वी यादव हैं|
आरोप है कि जमीन का स्थानांतरण बेहद कम कीमत पर किया गया| जहां सर्कल रेट के अनुसार भूमि की कीमत 32 करोड़ रपए थी उसे लारा प्रोजेक्ट्स को मात्र 65 लाख रपए में स्थानांतरित कर दिया गया|
सीबीआई की छापेमारी के तुरंत बाद प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली में लालू यादव की बेटी और सांसद मीसा भारती और पति शैलेश से जुड़े तीन ठिकानों पर छापे मारे| प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली के सैनिक फार्म इलाके में स्थित फार्म हाउस, बिजवासन और घिटोरनी में उनके ठिकानों पर छापा मारा| मीसा भारती के ठिकानों पर मनी लांड्रिंग केस में यह छापेमारी की गई और उनसे एवं उनके पति शैलेश कुमार से घंटों पूछताछ भी की गई|
और इस तरह, लालू परिवार फिर से मुसीबतों से घिर गया है, क्योंकि भ्रष्टाचार के इन ताज़ा मामलों में लालू परिवार पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है| एक ओर जहाँ लालू खुद, पत्नी राबड़ी देवी, बेटा तेजेस्वी और बेटी मीसा की कभी भी गिरफ़्तारी हो सकती हैं, वहीँ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की रहस्मय चुप्पी से अफवाहों का बाज़ार भी गर्म है कि, बिहार में राजद – जद(यु) का गठबंधन कभी भी टूट सकता है, और जिसकी वजह से लालू यादव के दोनों पुत्रों को मंत्री पद भी गंवाना पड़ेगा|