लॉक डाउन की वजह से पलायन कर घर लौट रहे भूखे प्यासों को परोसा गया भोजन…….
अब्दुल अज़ीज़
बहराइच :(NOI) कोरोना वायरस के खौफ और 21 दिनों की हो रही देश व्यापी लॉक डाउन की स्थिति में देश की चल रही धुरी को जाम कर दिया है और इसकी वजह से जहां पूरे देश मे एक साथ तीन हफ्तों की शुरू हुई बन्दी ने सबसे ज्यादा निम्न वर्गीय लोगों पर सीधा निशाना साधा है,इनके सामने रोजी रोटी की समस्या तो उतपन्न ही हुई है बल्कि अपनी जीवन लीला को बचाये रखने भी एक समस्या बन कर सामने आ रही है,भारत वर्ष एक ऐसा देश है जिसकी आधे से ज्यादा आबादी गांवों में बसती है और जिनका खास व्यवसाय खेती किसानी है और ग्रामीण इलाकों में ज्यादातर लोग मजदूरी पर आश्रित रहते हैं और यही वजह भी है कि मंहगाई के इस दौर में परिवार के लिये रोटी जुटाने के लिये इन ग्रामीण इलाके के लोग बड़े शहरों में मजदूरी करने जाते हैं और कोरोना के प्रकोप ने इन दिहाड़ी मजदूरों को झकझोर कर रख दिया है यही वजह है कि कोरोना के खौफ और अचानक हुये लॉक डाउन की वजह से उनके हाथों से लगी लगाई रोज़ी भी जाती रही जिसकी वजह से ये दिहाड़ी मजदूर मजबूर होकर अपने घरों की ओर पलायन कर रहे हैं,अचानक हुई लॉक डाउन की वजह से आवागमन और चक्का भी जाम हो गया लोग अपने घरों में कैद हो गये ऐसी सूरत में परदेश में पड़े इन मजदूरों ने वाहन मिला तो और नही मिला तो हर हाल में पैदल व भूखे प्यासे अपने घरों की राह पकड़ ली क्योंकि इनकी जेब मे पैसे होने पर भी खाने पीने की चीजें मुहय्या नही हो पा रही थी।परदेश से भूखे प्यासे लौटे ऐसे लोगो की मदद के लोग भी आगे आ रहे है और उन्हें खाना पानी उपलब्ध कराने के साथ साथ उनको घर पहुंचाने की व्यवस्था भी कर रहे हैं,प्रशासन भी इस कार्य मे जुटा नजर आ रहा है।इसी क्रम में स्थानीय रोडवेज पहुंचे ऐसे हजारों भूखे प्यासे दिहाड़ी मजदूरों को खाना उपलब्ध कराने के काम मे स्थानीय किसान डिग्री कॉलेज छात्र संघ के पूर्व उपाध्यक्ष एजाज अली उर्फ जददु ने खाना बनवा कर उन्हें लंच पैकेट वितरित किया है साथ उन्होंने ये भी कहा कि उनसे जब तक बन पड़ेगा ऐसे जरूरत मनदों की मदद के लिये आगे आते रहेंग।

