नई दिल्ली, एजेंसी। लोक सभा इलेक्शन 2019: संसद में देश के विकास को लेकर भले ही रोना रोया जाता रहा हो मगर तस्वीर का दूसरा पहलू ये भी है कि सांसदों की संपत्ति पिछले पांच साल में 41 फीसदी तक बढ़ गई है। इस बढ़त में सभी दलों के सांसद शामिल हैं। खास बात यह है कि इस दौरान देश की आर्थिक विकास दर अधिकतम 8.2 फीसदी रही है।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के मुताबिक लोकसभा चुनाव लड़ रहे 338 में से 335 मौजूदा सांसदों की औसत संपत्ति 23.65 करोड़ रुपये है। 2014 में यह आंकड़ा 16.79 करोड़ रुपये था। यानी पांच साल में सांसदों की औसत संपत्ति 6.86 करोड़ रुपये बढ़ी है।
एडीआर ने 17वीं लोकसभा चुनाव के 8,049 में से 7928 उम्मीदवारों के हलफनामों का विश्लेषण किया है। इनमें 29% की संपत्ति एक करोड़ से ज्यादा है। भाजपा के 79%, कांग्रेस के 71 % उम्मीदवार करोड़पति हैं। बसपा के 17 और सपा के आठ प्रत्याशी करोड़पति हैं।
1500 दागी उम्मीदवार मैदान में
– लोकसभा चुनाव में 19% यानी 1500 दागी उम्मीदवार मैदान में हैं। 2014 में 17% यानी 1404 प्रत्याशियों ने अपने ऊपर अपराधिक मामले दर्ज होने की जानकारी दी थी।
– 1070 उम्मीदवारों पर दुष्कर्म, हत्या, अपहरण, महिलाओं के खिलाफ अपराध जैसे गंभीर केस दर्ज हैं। 2014 में 8205 उम्मीदवारों में 908 यानी 11% पर ऐसे केस थे।
– भाजपा ने 175 तो कांग्रेस ने 164 दागी उम्मीदवार उतारे हैं। बसपा ने 85 दागियों को टिकट दिया है।