नई दिल्ली : बिहार में महागठबंधन के टूट जाने के बाद जदयू में दरार की अटकलों के बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सदस्य शरद यादव ने कहा कि 11 करोड़ लोगों ने महागठबंधन के प्रति विश्वास प्रकट किया था. वह विश्वास जरूर कायम नहीं रहा.
शरद ने यह भी कहा कि मुझे धरती पर कभी भी किसी से भय नहीं लगा. हमने हमेशा देश, किसान, दलित, अकलियत आदि के लिए काम किया. 42 वर्ष से संसद से जुड़ा रहा हूं और साढ़े चार साल जेल में भी रहा. कुछ लोग एक बार मीसा के तहत बंद हुए, वे इसका भजन गाते रहते हैं. मैं इंसाफ के रास्ते पर चलने वाला हूं. सत्ता और सुख का लोभ न पहले था और न आगे रहेगा. पीएम मोदी के संदर्भ में नीतीश की टिप्पणी पर कुछ भी कहने से उन्होंने इनकार करते हुए कहा कि नीतीश मेरे साथी हैं.
उनकी बातों पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा. जहां तक हारने या जीतने का सवाल है, इसके बारे में समय बतायेगा. नीतीश ने सोमवार को स्वीकार किया था कि देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुकाबला करने वाला कोई नेता नहीं है और 2019 में मोदी एक बार फिर जीतेंगे.