दिल्ली –एजेंसी। सपा कार्यालय पर ताला लगाकर शनिवार को मुलायम सिंह यादव देश की राजधानी पर पहुंच तो गए लेकिन वहां उन्होंने एक बयान देकर सबको चौंका दिया. उनके इस बयान को सुनकर सभी लोगों को यह लग रहा है कि शायद मुलायम अपने बेटे अखिलेश यादव के मोह में झुकने को तैयार हो गए हैं. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि उन्होंने अपने पास मौजूद कार्यकर्ताओं से अखिलेश को लेकर यह कहा कि वह मेरा बेटा है. उसे जो करना है करने दो.
मुलायम ने कार्यकर्ताओं से कहा, ‘अखिलेश मेरा बेटा है. वह जो भी कर रहा है उसे करने दो. ज्यादातर विधायक अखिलेश के साथ है. मेरे पास बहुत कम विधायक हैं.’ इतना ही नहीं मौके पर मौजूद कार्यकर्ता उस वक्त पर चकमा खा गए जब उन्होंने सपा घमासान को खत्म होने की बात कह दी. उन्होंने इस मामले में कहा, ‘मेरी बात हो गई है. पार्टी में कोई विवाद नहीं है. सब विवाद जल्द खत्म हो जाएंगे.’ कुछ नेताओं का तो यह कहना है कि मुलायम के ये बातें उनकी अखिलेश से हार मानने के संकेत है.
इसके साथ ही आपको यह भी बता दें कि मुलायम से पहले मुख्यमंत्री अखिलेश के नजदीकी एमएलसी उदयवीर सिंह ने भी सपा में सुलह होने का इशारा किया है. उन्होंने कहा है कि समजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ही रहेंगे. जबकि नेता जी पार्टी के संरक्षक बने रहेगे. उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में होने वाले विधान सभा चुनाव में सिंबल बड़ी चीज नहीं है. इसके लिए मुख्यमंत्री अखिलेश का चेहरा ही पर्याप्त है.