वरिष्ठ महिला पत्रकार गौरी गंगेश की हत्या पर पत्रकारों ने जताया शोक,कैंडिल मार्च निकाल कर दी गयी श्रधांजलि……..
बहराइच :(अब्दुल अज़ीज़)NOI :- कर्नाटक की वरिष्ठ महिला पत्रकार गौरी गंगेश की निर्मम हत्या पर स्थानीय पत्रकार ने शोक व्यक्त किया है और उनके सम्मान में आज शाम को शहर के पत्रकारों द्वारा घण्टाघर चौराहे से एक कैंडिल मार्च निकाली गयी जो शहर की मुख्य मार्गों से होते हुये कलेक्ट्रेट के पास स्थित शहीद स्मारक पर उन्हें श्रद्धांजलि दे कर सम्पन्न की गयी।इस अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा को सम्बोधित करते हुये जिला मान्यता प्राप्त पत्रकार यूनियन के मण्डलीय प्रभारी शादाब हुसैन ने कहा कि जिस तरह वरिष्ठ पत्रकार गंगेश की हत्या की गयी है वह सरासर कायराना हरकत है जिसकी जितनी भी निंदा की जाये वह कम है।उन्होंने आगे कहा कि पत्रकार की लेखनी स्वतंत्र होती है और वह अपनी लेखनी के जरिये समाज को आइना दिखाने का प्रयास करती है जिसके अंतर्गत हो सकता है कि उसकी लेखनी से किसी की विचार धारा मेल नही खाती है तो इसका ये मतलब नही कि उसकी हत्या कर दी जाये।उन्होंने शहीद गंगेश को श्रद्धांजलि देते हुये कहा कि वर्तमान समय में लोग अपने निजी स्वार्थों की खातिर मीडिया के कामकाज में दखल देना शुरू कर दिया है जो किसी भी लोक तांत्रिक व्यवस्था के लिये खतरनाक साबित हो सकता है।
इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार सलीम सिद्दीकी ने कहा कि पत्रकारों की भावनाओं को दबाया नही जा सकता है ये बात अलग है कि आज की सरकारें मीडिया को ढाल बना कर लोकतन्त्र का गला घोटना चाहते हैं जो कदापि बर्दाश्त नही किया जायेगा।मीडिया लोकतन्त्र का प्रहरी है।उन्होंने कहा कि मोदी सरकार लोगों से उनका लोकतांत्रिक अधिकार छीनना चाहती है जिसके जरिये उनकी अभिव्यक्ति को समाप्त करने पर आमादा है और उनके आतंकी समर्थक ऐसी वारदातों को अंजाम दे कर दुनिया में भारतीय लोकतन्त्र को कलंकित कर रहे हैं।इस कैंडिल मार्च को अन्य लोगों के आलावा सै0अकरम सईद,मनशाद अहमद ,लल्लन प्रसाद,नाजिम अली,रोहित श्रीवास्तव,नूर आलम,महेश चन्द्र गुप्ता,आनन्द गुप्ता,नसीर जाफरी,मनीष बाल्मीकि,डा0शफी कादरी,जीवन लाल बाल्मीकि,अरुण सिंह आदि लोगों ने भी सम्बोधित किया जबकि इस श्रद्धांजलि सभा और कैंडिल मार्च में पत्रकारों के आलावा भारी संख्या में समाज सेवियों ने भी अपनी भागीदारी निभाई।