ब्यूरो रिपोर्ट-अनूप पाण्डेय/NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर वर्तमान प्रधान को फसाने के लिए सीमा बनी कामनी आप को बताते चले सीतापुर के खैराबाद के ग्राम पंचायत मी नगर के प्रधान को चुनावी रंजिश निकालने के लिए सीमा नाम की महिला इस तरह से साजिश रची कि वर्तमान प्रधान को अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है।
दरअसल प्रधानी के दौरान से ही लगातार साजिश पर साजिश वर्तमान प्रधान दिनेश के खिलाफ रची जा रही है जिसमें सीमा नाम की महिला ने अपना नाम ही बदल डाला और कामिनी नाम से थाना खैराबाद में एससी एक्ट गर्भपात सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया जबकि जिस महिला से एससी/एस टी एक्ट और गर्भपात,323,504,506आईपी सी जैसी गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराने वाली महिला ही फ्रॉड है क्योंकि उसके खिलाफ कई दस्तावेज़ जो सामने आए हैं उससे स्पस्ट होता है की महिला को इस्तेमाल कर प्रधानी की रंजिस निकाली जा रही आपको बता दें कामनी नाम की महिला जिसने वर्तमान प्रधान पर आरोप लगाया है वह महिला का नाम असलियत में सीमा है यह नाम क्यों बदला इस पर भी एक राज है राज यह है कि 7 वर्ष पहले सीमा नाम से बड़े ऑपरेशन से बच्चा पैदा हुआ था जिसके बाद सीमा ने नसबंदी करवा ली थी उस राज को दबाने के लिए की सच्चाई सीमा नाम से सामने आ जाएगी और नसबंदी की बात सबको पता चल जाएगी जिससे गर्भपात का आरोप झूठा साबित हो सकता है जिसके चलते अपना नाम ही बदल डाला और तो और दो-दो नाम से महिला ने बैंक में खाता भी खुलवा रखा है पहला नाम सीमा पत्नी छत्रपाल. कामनी पत्नी छत्रपाल आर्यावर्त सूहेतारा बैंक में 2 नाम से खाता संचालित करना दूसरा 4.1 .2013 में सीजर ऑपरेशन के बाद सीमा नाम से नसबंदी करा लेना उसके 7 वर्ष के बाद कामनी जिसमें गर्भपात का आरोप लगाना जिस ने नसबंदी करा लिया हो और उसके 7 साल बाद गर्भपात का आरोप लगा रही हो उसके पहले बच्चा ना होना और सरकारी आवास में सीमा नाम से आवास और जब एफ आई आर दर्ज कराना हो तो नाम बदल कर कामिनी का नाम लिखवाना सारे आरोप स्पष्ट रूप से संदिग्ध नजर आ रहे हैं वही वर्तमान प्रधान दिनेश जयसवाल जिलाधिकारी अखिलेश तिवारी से न्याय की गुहार लगाई है जिसमे जिला अधिकारी ने मुख्य चिकत्सा अधिकारी ने टीम गठित कर जांच के लिए आदेश दिए है अब सवाल यह उठता है कि लोग आपसी रंजिश निकालने के लिए दूसरों को इस्तेमाल कर कर कितने हथकंडे अपना रहे हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कुछ दिन पहले ग्राम प्रधान के कार्यकर्ताओं को गांव के कुछ लोगों ने लोगो ने मारा पीटा था जिसके बाद थाने पे प्रधान द्वारा लिखित तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया था सूत्रो की माने तो उसी लड़ाई को लेकर अपनी रंजिश निकालने के लिए कमलेश जयसवाल द्वारा लगातार मुकदमे में फंसाने उपप्रधान को जेल में जाने की साजिश रची जा रही है।