सीतापुर. नशा शराब में होता तो नाचती बोतल… यह उसका जुमला है। कोई भी ड्यूटी के वक्त शराबखोरी करने से रोकता-समझाता तो इसी जुमले के सहारे बातों को हवा में उड़ा देता था। बीती शाम भी उसने छककर गला तर किया। शराब हावी हुई तो ड्यूटी करना भूल गया। संदेश के बावजूद रेल क्रासिंग का गेट बंद नहीं किया। इसी दौरान धड़धड़ाती हुई ट्रेन आई और दयाराम को भैंस के साथ रौंद गई। सुकून के चक्कर में एक परिवार की दुनिया उजड़ गई।
नियमों का ईमानदार आदमी मर गया
मामला पिसावां में रेल क्रासिंग का है। जानकारी के अनुसार महोली कोतवाली के चंद्रा गाव निवासी 80 बरस के दयाराम बीती शाम करीब पांच बजे जानवर चराकर कर लौट रहे थे। चंद्रा रामनगर के करीब रेलवे समपार फाटक पर सीतापुर की तरफ से आई मालगाड़ी की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई। रेल की चपेट में आकर एक भैंस और गाय भी कट गई। लोगों ने बताया कि दयाराम नियम-कायदों के पाबंद थे। क्रासिंग बंद देखकर खड़े रहते थे, बीती शाम गेट खुला था तो आगे बढ़ गए। उम्र अधिक होने के कारण उन्हें ट्रेन की आवाज नहीं सुनाई पड़ी थी।
दारू पीकर ड्यूटी करता है गेट मैन
ग्रामीणों का आरोप है कि गेट मैन सकून सिंह रोजाना दारू पीकर सुकून से ड्यूटी करता है। अक्सर ही क्रासिंग का गेट खुला रहता है और गाडिय़ां पार होती रहती है। इस बात की शिकायत रेल अफसरों तक पहुंच चुकी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। लोगों का कहना है कि सकून सिंह ने गेट बंद कर दिया होता तो आज शायद दयाराम इस दुनिया में होते। उधर दयारम के घर में पोती की शादी होने वाली है। शादी की तैयारी चल रही थी कि मौत की खबर पहुंच गई। इस बारे में डीआरएम प्रमोद कुमार ने कहाकि घटना दु:खद है और इसकी जांच कराने के बाद गेट मैन के खिलाफ एक्शन लेंगे।