सीतापुर-अनूप पाण्डेय. राकेश पाण्डेय/NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर के हरगांव आज के इस जमाने ऐसे अजीबो गरीब गांव कहीं कहीं ही देखने को मिलते है । जहाँ पर न- तो नाली की व्यवस्था हो और न ही समुचित निकास की । जी हां ये किस्सा हरगांव नगर पंचायत के एक दम करीब बसा केसरूवा गांव का है जिसकी ग्राम सभा नया गाँव फिरोजपुर है । केसरूवा एक हाइवे पर बसा है जिसका रुट सीतापुर से लखीमपुर है बगल में ही नगर पंचायत हरगांव है ये गाँव विरान सा हो गया है लोग इस गाँव को छोड़ के कई अन्य जगहों पर बसे है या ये कहे कि योगी जी की सरकार में इस गाँव मे अभी तक न तो रास्ता है,और न-ही नाली की कोई व्यवस्था है । जगह जगह पर कीचड़ और गन्दगी का अम्बार लगा हुआ है । रास्ता ना बन पाने की वजह से यहाँ के लोग परेशान हो रहे है । जहां पर रोड से मकान तक जाने में केवल एक फुट का रास्ता है बाकी पर कीचड़ और गंदगी फैली है । आज की सरकार नेे स्वच्छता मिशन को लेकर पता नही कितनी योजनायें चला रही है , लेकिन इस गाँव के ऊपर कोई भी योजना लागू नही हो पा रही है। इस प्रकार का यह अकेला गांव नहीं है । बल्कि हरगांव क्षेत्र में एक गांव टोडरापुर भी है जिसकी ग्राम सभा पिपराघुरी पड़ती है उसमें भी रास्ता और नाली की व्यवस्था नहीं है । टोडरापुर से रिक्खी पुरवा और उससे होकर गुजरने वाली रास्तों का बुरा हाल है, झरिया का भी यही हाल है जिसका इतना हाल बेहाल है जिस पर आजकल निकलना बहुत बड़ी मुश्किल है । जनता के प्रतिनिधि विधायक भी इन गांवों की सुध नही ले पा रहे हैं । जब वोट लेने की बात होती है तो नेता लोग बड़ी बड़ी बातें करके लोगो को भ्रमित कर वोट ले जाते है जनता यही जानती है कि शायद ये ही कुछ करें पर नेताओं का तो एक जैसा हाल है । बरसात के दिनों में खास कर झरिया से टोडरापुर आने वाला रास्ता इन दिनों कीचड़ से भर जाता है । यहां के वाशिन्दों को एक गांव से दूसरे गांव में पहुंचने में काफी मुसीबत का सामना करना पडता है। सरकार की नीतियों को अगर कहें तो बहुत ही बढ़िया काम करने में लगी है । पर ये अनाथ गांवों की कोई सुध लेने वाला नही है ।