लखनऊ, शैलेन्द्र कुमार। लोकतंत्र की कठिन परीक्षा राजधानी के वोटरों ने पास कर ली है और वह भी पूरे जोश के साथ प्रथम श्रेणी में। यह लखनवी वोटरों का कमाल है कि रविवार को विधानसभा की 9 सीटों के लिए 60.1 प्रतिशत रिकॉर्ड मतदान हुआ।
और इस सब का श्रेय राजधानी के उन तमाम लोगों को जाता है जिन्होंने अपना सारा काम-काज छोड़ के सारा दिन लाइन में खड़े रहकर अपना बहुमूल्य वोट दिया है। इन में जहाँ शहर के युवा, महिलाएं, आदमियों की भारी भीड़ शामिल थी वहीं शहर के बुजुर्गों ने भी अपना कीमती वोट डाला।
और बता दें कि हलचल तो तब मच गई जब वोट करने बड़ी संख्या में आ रहे युवाओं के बीच 74 साल के बाबूलाल गोयल ने यह दावा किया कि वे पहली बार वोट करने आए हैं।
गोमती नगर के संस्कृत संस्थान में मॉडल पोलिंग बूथ पर पत्नी पुष्पा गोयल के साथ पहुंचे बाबूलाल ने बताया कि वे राजनीतिक दलों को पसंद नहीं करते इसलिए वोटिंग नहीं करते थे, लेकिन युवाओं की बढ़ती हिस्सेदारी से उन्हें प्रेरणा मिली। चाहे वोटिंग हो या राजनीति हो, युवा आगे आ रहे हैं।
यह एक अच्छा संकेत है। बाबूलाल ने बताया कि उनकी पत्नी ने भी पहली बार वोट डाला। और इस उम्र में भी ‘फर्स्ट वोटर‘ कहलाने का जज्बा उन्होंने दिखा ही दिया।
आपको बता दें कि राजधानी के वोटरों ने इस बार अपने वोट और जज्बे के दम पर वोटिंग के पिछले रिकॉर्डों को बड़ी आसानी से तोड़ डाला है। यही नहीं बख्शी का तालाब ने तो मतदान का रिकॉर्ड ही कायम कर दिया।
सबसे ज्यादा वोटिंग के आधार पर विधानसभा और कुछ क्षेत्रों के नाम मतदान प्रतिशत सहित-
कैंट विधानसभा 51.9 प्रतिशत, पूर्वी विधानसभा 54.23 प्रतिशत, उत्तर विधानसभा 56.42 प्रतिशत, पश्चिम विधानसभा 57 प्रतिशत, मध्य विधानसभा 53.67 प्रतिशत और जिनमें मलिहाबाद 67.14 प्रतिशत, बख्शी का तालाब 71.8 प्रतिशत, सरोजनीनगर 64.83 प्रतिशत, मोहनलालगंज 65.41 प्रतिशत मतदान हुआ है।
वोट डालने शहर का आम आदमी ही नहीं बल्कि बड़ी और वीआईपी हस्तियाँ भी गईं। दिग्गज नेताओं, अभिनेताओं और अभिनेत्रियों ने भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। ‘पीएम मोदी‘, ‘सोनिया‘, ‘अखिलेश‘, ‘मुलायम‘, ‘राजनाथ‘, शाहरूख खान, और माधुरी दीक्षित जैसी बड़ी हस्तियों ने भी अपने-अपने वोट डाले। बता दें कि पिछले दस वर्षों में वोटिंग प्रतिशत 36.3 से बढ़कर 60.3 हो गया है। यानी कि पिछले के मुकाबले पूरे 24 प्रतिशत की अच्छी खासी बढ़ोतरी दर्ज हुई है।
यूं बढ़ा वोटरों का रूझान-
विधानसभा 2007 2012 2014(लोकसभा) 2017
मलिहाबाद 51.81 65.34 63.44 67.14
बीकेटी(महोना) 34.80 63.76 61.45 71.80
सरोजनीनगर 43.56 59.17 54.08 64.83
मोहनलालगंज 42.90 64.72 52.96 65.41
लखनऊ पश्चिम 27.88 49.98 52.41 57
लखनऊ उत्तर – 50.25 53.89 56.42
लखनऊ पूर्वी 31.54 52.74 55.46 54.23
लखनऊ मध्य 28.36 50.91 53 53.67
लखनऊ कैंट 29.65 50.47 49.70 51.90
कुल 36.3 56.4 55.15 60.3
और बता दें कि पिछले दस वर्षों में गांवों का ग्राफ शहरों से बेहतर हुआ हैं। पिछले दस वर्षों में मलिहाबाद में जहां 51.81 से वोटिंग बढ़कर 62 प्रतिशत पहुंच गया। वहीं बीकेटी में 34.80 से 66, सरोजनीनगर में 43.66 से 58 और मोहनलालगंज में 42.90 से 62 प्रतिशत हो गया। वहीं शहरी इलाकों लखनऊ पश्चिम में प्रतिशत 27.8 से 58, पूर्वी में 31.5 से 53, मध्य व कैंट में 28.36 से 52 व 29.65 से 56 प्रतिशत ही रही।
अब इसे आप चुनाव आयोग के अभियानों की सफलता कहें या सोशल मीडिया का असर, पर एक बात तय है कि वोटरों में अपने मताधिकार को लेकर सक्रियता बढ़ी है, यही वजह है कि लंबी-लंबी कतारों में युवाओं से लेकर बुजुर्ग तक वोट देने के लिए रविवार को लगे नजर आए। और अपना बहुमूल्य वोट अपने चहेतों को दिया।