देहरादून। द्वारका शारदा पीठ के पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती अपने बयानों के चलते हमेशा सुर्ख़ियों में बने रहते हैं। इस बार उन्होंने पाकिस्तान पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पाक पीएम जब तक कश्मीर का नाम नहीं लेते हैं, उनका खाना हजम नहीं होता।
शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि पाकिस्तान में चाहे कोई भी प्रधानमंत्री हो, अगर वह कश्मीर का नाम न ले तो भूखे मर जाएंगे। सेना उनको कुर्सी से उतारकर जेल में डाल देगी।
उन्होंने कहा कि इसलिए कश्मीर मुद्दे का राजनीतिकरण कर वे अपनी कुर्सी बचाते हैं। भारत साधु समाज की केंद्रीय कार्यसमिति की बैठक से पहले बातचीत में उन्होंने कहा कि सनातन धर्म की रक्षा के लिए हिंदू में विभेद बंद होना चाहिए।
दलित नाम की कोई जाति नहीं होती। साथ ही आरक्षण बंद कर गरीबों को साधन संपन्न बनाना होगा। उन्होंने कहा कि मंदिर, मठों या साधु संत के चरणों में चढ़ावे पर कोई टैक्स नहीं लगना चाहिए।
भारत साधु समाज की कोर कमेटी की बैठक में होने वाले सम्मेलन के एजेंडा पर चर्चा की गई। शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानंद सरस्वती की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सभी सदस्यों ने एक स्वर में कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण रामालय ट्रस्ट ही कराएगा।
कोर कमेटी ने आगे की रणनीति बनाने के लिए ट्रस्ट के अध्यक्षों में से एक शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानंद सरस्वती को अधिकृत किया।
बता दें कि वर्ष 1990 में राम मंदिर निर्माण के लिए ही रामालय ट्रस्ट का गठन किया गया था। चारों पीठों के शंकराचार्य इस ट्रस्ट अध्यक्ष हैं।
कनखल स्थित एक फार्म हाउस में कमेटी की बैठक शुरू हुई। बैठक में शामिल सभी सदस्यों ने कहा कि राम मंदिर करोड़ों हिंदुओं की आस्था से जुड़ा है और यह मसला आस्था का ही है, राजनीति का नहीं।