नई दिल्ली,एजेंसी-31 अगस्त। देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर शक्ति का केंद्रीकरण करने और अलोकतांत्रिक तरीके से कार्य करने का आरोप लगाया।
गौरतलब है कि कांग्रेस ने यह आरोप 16 सचिवों को बिना मंत्रियों की अनुमति के हटाए जाने के तीन दिन बाद आया है।
कांग्रेस के प्रवक्ता आनंद शर्मा ने पत्रकारों से कहा कि मंत्रियों को सचिवों की अदला-बदली के बारे में भी मीडिया से पता चला।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को ही जारी किए गए एक आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है कि गृह सचिव एल. सी. गोयल ने निजी कारणों से स्वसेवानिवृत्ति की मांग की थी, जिसे प्रधानमंत्री ने मंजूरी दे दी।
सरकार ने सोमवार को वित्त सचिव राजीव मेहरिषी को नया केंद्रीय गृह सचिव नियुक्त कर दिया।
शर्मा ने कहा, “यह सरकार चलाने का लोकतांत्रिक तरीका नहीं है। यह चिंता की बात है। प्रधानमंत्री की मानसिकता बिल्कुल लोकतांत्रिक नहीं है।”
उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति (एसीसी) में सिर्फ गृह मंत्री और प्रधानमंत्री ही सदस्य हैं और ‘गृह मंत्री तक को इसका पता तब चला, जब प्रधानमंत्री ने नियुक्तियों को मंजूरी दे दी’।
शर्मा ने कहा, “हम केंद्रीय मंत्रियों की पीड़ा को समझ सकते हैं, कि उन्हें नियुक्तियों के बारे में मीडिया से पता चला।”
भूमि अधिग्रहण अध्यादेश को फिर से लागू न करने के मोदी के फैसले पर शर्मा ने कहा कि सरकार का असली चेहरा सामने आ गया, और वह चेहरा ‘किसान विरोधी, गरीब विरोधी’ है।
गुजरात में हार्दिक पटेल के नेतृत्व में आरक्षण की मांग को लेकर चल रहे जनविरोध पर शर्मा ने कहा, “यह दर्शाता है कि गुजरात के विकास मॉडल का गुब्बारा फूट चुका है, क्योंकि यह मॉडल समावेशी नहीं था।”