नई दिल्ली। सांसद शरद यादव को मनाने की अंतिम कोशिश भी विफल साबित हो गई है। नीतीश कुमार के खिलाफ पटना में मोर्चा खोलने के बाद अब उनका जेडीयू से निष्कासन तय हो गया है।
सूत्रों के मुताबिक, 19 अगस्त की पार्टी मीटिंग में औपचारिक ऐलान हो सकता है। उन्हें राज्यसभा में जेडीयू के नेता से भी हटाया जा सकता है। इसकी जिम्मेदारी आरसीपी सिंह को दी जा सकती है। हालांकि शरद यादव का अगला कदम क्या होगा, वो अभी तय नहीं है। सूत्रों के अनुसार अभी वह जल्दी में कोई दल नहीं जाएंगे।
इस बीच, बिहार दौरे पर गए शरद यादव ने कहा कि गठबंधन टूटने और फिर अलग पार्टी के समर्थन से सरकार बनाने की घटना से लोकतंत्र में विश्वास पर संकट पैदा हो गया है। शरद ने कहा कि 70 साल के इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ कि दो दल आमने-सामने लड़े हों, और फिर बीच में ही मिल गए। मैं जनता के बीच जाकर बात करूंगा।