लखनऊ। पारा के हंसखेड़ा में किराये के मकान में रहने वाली 21 वर्षीय काजल चौबे की हत्या के आरोपी उसके प्रेमी रजनीकांत वर्मा उर्फ आजाद और सहेली अंजली को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इंस्पेक्टर त्रिलोकी सिंह ने कहा, दोनों से पूछताछ की जा रही है।
उधर, काजल के घर से मिले शराब के गिलास, आसपास के लोगों के बयान और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से अंदाजा लगाया जा रहा है कि मंगलवार को तीनों ने शराब पार्टी की और उसके बाद काजल की पिटाई कर गला दबा दिया। हत्या को खुदकुशी दिखाने को उसे फंदे से लटका दिया गया।
काजल की मां संध्या चौबे ने रजनीकांत वर्मा, अंजली और दयारानी नाम की एक अन्य महिला पर बेटी की हत्या का शक जताते हुए केस दर्ज कराया है। संध्या ने बताया कि काजल ने करीब छह साल पहले निजी कंपनी में नौकरी करने वाले सतेंद्र पांडेय से प्रेम विवाह किया था। उनके एक चार साल की बेटी भी है। बाद में दोनों के बीच अनबन हो गई और काजल ने सतेंद्र को छोड़ दिया।
उसके परिजनों ने बदलीखेड़ा निवासी आरटीओ कार्यालय में कार्यरत पंकज वर्मा से शादी करा दी। हालांकि, यह विवाह भी ज्यादा दिन नहीं चल सका। काजल की बहन कीर्ति के मुताबिक, पंकज से शादी के बाद ही काजल की दोस्ती रजनीकांत वर्मा उर्फ आजाद से हो गई। एक साल बाद ही काजल ने पंकज को भी छोड़ दिया। रजनीकांत ने उसे किराये पर कमरा दिला दिया जहां वह बेटी के साथ रह रही थी।
कमरे में मिले तीन गिलास और शराब की खाली बोतल
काजल जिस कमरे में रहती थी, वहां तीन खाली गिलास और शराब की खाली बोतल मिली है। रजनीकांत का कहना था कि वह काजल के फांसी लगाने की जानकारी सुनकर आया था जबकि आसपास के लोगों ने रजनीकांत व अंजली को काफी देर पहले से घर में आते-जाते देखा था।
परिजनों का कहना है कि दोनों ने काजल को शराब पिलाकर नशे में कर दिया होगा। फिर पिटाई कर गला दबाकर हत्या कर दी होगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में काजल से मारपीट की पुष्टि हुई है। कीर्ति ने कहा, रजनीकांत और अंजली ने काजल की बेटी को छत पर सुला दिया था।
सहेली की भूमिका संदिग्ध
काजल की सहेली अंजली की भूमिका को पुलिस संदिग्ध मान रही है। परिजनों ने बताया कि अंजली से काजल की दोस्ती करीब छह साल पहले उस वक्त हुई थी, जब उसने सतेंद्र पांडेय से प्रेम विवाह किया था। अंजली मूलत: शाहजहांपुर की है। काजल की बहन कीर्ति के मुताबिक, पहले वह और अंजली एक साथ रहते थे लेकिन दोनों में अनबन हो गई थी।