शशि कपूर का मुंबई में अंधेरी के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में निधन हो गया. शशि कपूर चेस्ट इन्फ़ेक्शन से पीड़ित थे. इसके अलावा, कई सालों से उन्हें किडनी की भी समस्या थी. किडनी की समस्या के कारण वह कई सालों तक डायलिसिस पर थे…
नई दिल्लीः भले ही अपनी मर्जी से ना सही लेकिन ये सच है कि काका के करियर को एक बड़ी उड़ान देने वाली फिल्म ‘आनंद’ शशि कपूर की वजह से मिली और ये भी बात उतनी ही सच है कि शशि कपूर की टॉप फिल्मों में शामिल फिल्म ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ उन्हें काका यानी राजेश खन्ना की वजह से मिली. दोनों ही फिल्मों की कहानी, जिसने रोल किया, उस हीरो के लिए लिखी ही नहीं गई थी, और जिनके लिए लिखी गई उनसे भी दोनों ही डायरेक्टर्स ने फिल्म दूसरे को देने से पहले पूछा तक नहीं और इस बदलाव के बावजूद दोनों ही फिल्में जबरदस्त हिट हुईं.
दरअसल जब डायरेक्टर हृषिकेश मुखर्जी फिल्म ‘आनंद’ की कहानी पर काम कर रहे थे, तो उनके दिमाग में एक ही चेहरा था वो था शशि कपूर का. लेकिन जब फिल्म बनाने के लिए प्री प्रोडक्शन का काम खत्म हुआ तो उन्हें पता चला कि शशि कपूर तो एक बड़ी बीमारी से अभी उबर के चुके हैं. तो उन्हें लगा कि ऐसे में जबकि शशि मौत के मुंह से बचकर आए हैं, उनको फिर से फिल्मी परदे पर मारना अच्छा नहीं रहेगा. उनके परिवार को भी अच्छा नहीं लगेगा. हालांकि आनंद का मूल आइडिया उनको राज कपूर को गहरी बीमारी की हालत में देखकर ही आया था.
इस तरह से हृषिकेश मुखर्जी ने दूसरे चेहरे के बारे में सोचना शुरू किया और बाद में राजेश खन्ना को आनंद के लीड रोल के लिए फाइनल कर दिया. सत्यम शिवम सुंदरम की कहानी भी कुछ ऐसी ही दिलचस्प है. ये फिल्म तो कपूर खानदान के बैनर आर के फिल्म्स की ही थी, जब राजेश खन्ना और डिम्पल की शादी हुई थी, तब से ही राज कपूर ने सोच लिया था कि दोनों की जोडी को इस फिल्म में लेंगे. लेकिन शादी के बाद राजेश खन्ना ने राज कपूर के लिए मुश्किलें पैदा कर दीं.
एक तो काका ने डिम्पल की पहली फिल्म बॉबी रिलीज होने से पहले ही यानी बीच शूटिंग में शादी कर ली थी, उसके बाद वो हनीमून पर चले गए. अब डिम्पल कई कई दिन सैट पर आती नहीं थीं, राजकपूर के पास ये भी विकल्प नहीं था कि दूसरी हीरोइन साइन कर लें क्योंकि आधी से ज्यादा फिल्म शूट हो चुकी थी. राज कपूर दुखी होते थे और उन्हें परेशान देखकर सारा कपूर खानदान राजेश खन्ना पर गुस्सा होता था. एक दिन राजेश खन्ना पर विफर गए राज कपूर औऱ तब जाकर फिल्म की शूटिंग के लिए डिम्पल ने डेट्स ढंग से दी।
हालांकि फिल्म इतनी जबरदस्त चली कि राज कपूर का गुस्सा काफूर हो गया. वैसे भी उन्होंने ऋषि कपूर को लांच किया था, ऐसे में उनकी फिल्म से काफी उम्मीदें थीं. बॉबी के बाद जब वो सत्यम शिवम सुंदरम पर अपने घर में राजेश खन्ना और डिम्पल की जोड़ी की चर्चा करने लगे तो पूरा कपूर खानदान उनसे नाराज हो गया कि अब काका को किसी फिल्म में नहीं लेगें और ना डिम्पल को. हालांकि डिम्पल ने तो अरसे तक बॉबी के बाद काम ही नहीं किया था.
जब राज कपूर ने घर में कहा कि काका जैसा कोई दूसरा नाम सुझाओ तो रणधीर कपूर ने कहा कि जब हीरो घर में ही है, तो बाहर का हीरो क्यों लें? आप शशि अंकल को क्यों नहीं ले लेते? तब जाकर राज कपूर ने सत्यम शिवम सुंदर के लीड रोल के लिए शशि कपूर का नाम फाइनल किया. हालांकि वो डिम्पल जैसी ग्लैमरस हीरोइन के लिए भी परेशान थे. जैसे ही जीनत अमान को ये पता चला वो गांव की गोरी के लुक में, वैसे ही कपड़े पहनकर स्टूडियो में राजकपूर से मिलने जा पहुंची. राज कपूर तो एकदम से जीनत से प्रभावित हो गए और वो रोल उन्हें दे दिया. इस तरह काका और शशि कपूर ने अनजाने में ही एक दूसरे को उनके करियर की सबसे शानदार फिल्म तोहफे में दे दी.