नई दिल्ली: कश्मीर के हालातों में सुधार लाने और वहां फिर से शांति बहाली करने के उद्देश्य से पीडीपी प्रमुख और राज्य की सीएम महबूबा मुफ्ती ने क्षेत्र की सभी राजनीतिक दलों को चर्चा का न्योता भेजा है। इसमें हुर्रियत के नेता भी शामिल है।
इधर रविवार की सुबह सर्वदलीय प्रतिनिधि मंडल भी कश्मीर दौरे पर पहुंच गया है। केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में करीब 23 दलों के 28 से अधिक प्रतिनिधि, इस मंडल में शामिल है। गौरतलब है कि बीती 8 जुलाई से कश्मीर के हालात बेकाबू हो गये है। रविवार की सुबह राजनाथ सिंह की अगवुवाई में सर्वदलीय प्रतिनिधि मंडल ने श्रीनगर की ओर कूच किया। राजनाथ सिंह ने कहा है कि हम उन लोगों या संगठन से बात करने के इच्छुक है, जो यहां शांति बहाली करने के इच्छुक है।
बताया गया है कि पीडीपी प्रमुख और मुख्यमंत्री महबूबा ने सर्वदलीय प्रतिनिधि मंडल के दौरे को देखते हुये ही क्षेत्र के राजनीतिक दलों व हुर्रियत नेताओं को चर्चा करने के लिये बुलाया है। हालांकि हुर्रियत ने चर्चा नहीं करने का ऐलान किया है।
बीजेपी भी हुर्रियत के विरोध में-
आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर की पीडीपी सरकार बीजेपी के समर्थन से चल रही है, बावजूद इसके मुख्यमंत्री ने हुर्रियत नेताओं को चर्चा के लिये बुलाया है। इसका विरोध शुरूआत तौर से ही बीजेपी कर रही है लेकिन महबूबा का यह मानना है कि जब तक सभी पक्षों से चर्चा न कर ली जाये, तब तक समस्या का हल नहीं निकल सकता है। इसके साथ ही कश्मीर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने भी सर्वदलीय प्रतिनिधि मंडल से चर्चा करने से इनकार कर दिया है।
हिंसा का दौर जारी- बीते दो-तीन दिनांे तक भले ही घाटी में शांति रही हो और कफ्र्यू भी हटा लिया गया, लेकिन सर्वदलीय प्रतिनिधि मंडल पहुंचने की खबर मिलने के बाद से ही यहां फिर से हिंसा का दौर शुरू हो गया है। रविवार को भी कई स्थानों पर ंिहंसक प्रदर्शन हुये है।