सीतापुर-अनूप पाण्डेय,अरुण शर्मा/NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर के पिसावां में साल का एक ऐसा दिन जो की सभी शादी शुदा जोड़ो के लिये यादगार पल होता है यानी उनकी साल गिरह का जिस दिन का सभी जोड़े बेसब्री से इंतजार करते है उस दिन सभी जोड़े पुराने जमाने के दिनो को याद करते हुये अपने अच्छे व्यतीत सालो को लेकर खुशियाँ मना कर एक दुसरे को अपनी भावनाओ को समर्पित करते है लेकिन इन सबके बीच एक ऐसा इन्सान जिसने शादी के सालगिरह से ज्यादा महत्व अपने फर्ज व ड्यूटी को दिया जी हाँ बात की जा रही है पिसावां सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अधीक्षक संजय श्रीवास्तव की जिनकी 17 अप्रैल को शादी की सालगिरह थी लेकिन कोरोना महामारी में युद्घ स्तर पर अपने कार्यो को लेकर वह अपने घर नही जा सके जब उस दिन सुबह उनकी पत्नी डॉक्टर दीपा ने उनसे फ़ोन पर बात की तो उन्होने बडा हंस कर जवाब दिया कि शादी की साल गिरह तो हम हर साल मनाते है लेकिन इस समय फर्ज निभाने का समय है देश भीषण आपदा महामारी की चपेट में है इस समय देश व जनता की सेवा से बडा कुछ भी नही है अधीक्षक संजय श्रीवास्तव के परिवार में उनके बुजुर्ग पिता,पत्नी दीपा,दो बच्चे अथर्व व अदम्य है उनकी माता जी का कुछ समय पहले देहावसान हो गया है।संजय श्रीवास्तव अपने घर के इकलौते बेटे है।