सीतापुर-अनूप पांडेय,राकेश पांडेय/NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर सुशासन और भ्रष्टाचार मुक्त शासन की बात हो रही है वही कहीं कहीं योगी शासन की सख्ती दिखाई भी दे रही है तो कहीं कहीं पर ऐसा लग रहा है कि मानो भ्रष्टाचार चरम पर किया जा रहा है । इसमें जिम्मेदार लोग जान बूझकर अंजान बने है।
बताते चलें कि इन दिनों नहरों रजबहा और माइनरों की सिल्ट सफाई का कार्य चल रहा है। इसमें जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है देखा गया कि रजबहा माइनरों की सिल्ट सफाई का जो मानक है उस पर जिम्मेदार लोग कोई भी ध्यान नहीं दे रहे हैं जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते मानक विहीन सिल्ट सफाई का कार्य किया जा रहा है। माइनरों रजबहों की सफाई में केवल और केवल शासन को और दिखाने की कोशिश की जा रही है। लेकिन असल बात कुछ और लग रही है।
बताते चलें कि कल्यानपुर माइनर की हकीकत सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो पता चला कि बड़े पैमाने पर सिर्फ सफाई में भ्रष्टाचार किया जा रहा है। लेकिन शारदा नहर प्रखण्ड अधिकारी इसे अपने रंग में कुछ और ही शायद दिखाना चाहते हैं ऐसा नहीं तो फिर इस मामले में कोई कार्यवाही न होना अपने आप में विभाग में हो रहे भ्रष्टाचार को साक्षात प्रदर्शित कर रहा है। जिस तरीके से सिल्ट सफाई का कार्य हो रहा है अगर उसने विभागीय कार्रवाई की जाए तो सम्बन्धित ठेकेदार का भ्रष्टाचार रूपी चेहरा सामने आ जाएगा।
वहीं विभागीय जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह द्वारा जिस तरह से स्थानीय स्तर पर जो कार्य किया जाता रहा है और किया जा रहा है, वह सराहनीय है । लेकिन अधिकारी अगर इस पर गम्भीर हो जाएं तो भ्रष्टाचार समाप्त हो सकता है। अब देखना होगा इस पर कितनी कार्यवाही होगी,या फिर भ्रष्टाचार अपने पाव पसारने में कामयाब रहेगा।