नई दिल्ली, एजेंसी। उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रशासन की कार्य प्रणाली को सुधारने के लिए सूबे के सभी अधिकारियों और कार्यालयों के लिए आदेश जारी किये थे। इसी क्रम में मंगलवार 18 अप्रैल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी सरकार के सभी मंत्रियों के लिए आचार संहिता जारी की है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ‘आचार संहिता’ के मुख्य बिंदु:
सीएम योगी आदित्यनाथ प्रशासन को सुधार हेतु आवश्यक निर्देश दे चुके हैं। जिसके बाद शासन वर्ग ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ध्यान अपनी ओर खींचा है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी सरकार के सभी मंत्रियों के लिए आचार संहिता जारी की है। आचार संहिता के अनुसार, ठेके, पट्टे वाले रिश्तेदारों से मंत्री दूर रहें, 5000 से ऊपर की कीमत का उपहार मंत्री नहीं लेंगे, महँगी दावतों से मंत्री दूर रहे, इसके साथ ही शासकीय कार्य में बाधा डालने वाला कोई लोन नहीं लेंगे, सरकारी दौरों पर निजी या सरकारी गेस्ट हाउस में ठहरेंगे, हर साल सभी मंत्रियों को 31 मार्च तक अपनी संपत्ति का ब्यौरा देना होगा,
साथ ही मंत्रियों को यह भी बताना होगा कि, मंत्री बनने से पहले आय और व्यवसाय क्या था।
अनाज चोरी पर सीएम सख्त:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा अनाज चोरी को लेकर सख्त दिशा-निर्देश जारी किये। जिसमें उन्होंने कहा कि, सार्वजानिक वितरण प्रणाली से सरकारी अनाज गरीबों तक पहुंचे। अनाज चोरी के लिए दोषी ठेकेदारों पर कार्रवाई की जाये। साथ ही दोषी अधिकारियों की बर्खास्तगी के निर्देश भी मुख्यमंत्री योगी ने दिए हैं।