नई दिल्ली। अमित शाह ने 2019 के लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। बीजेपी के नेशनल प्रेसिडेंट का फोकस उन 120 सीटों पर है, जहां 2014 के चुनाव में पार्टी हारी थी लेकिन अब इन्हें जीता जा सकता है। इसके लिए पार्टी के सीनियर लीडर्स 6 से 14 अप्रैल तक एक कैम्पेन शुरू करने जा रहे हैं। कौन, कहां जाएगा…
8 दिन चलने वाले कैम्पेन में पार्टी के सीनियर लीडर्स हिस्सा लेंगे। अमित शाह खुद हैदराबाद जा रहे हैं। राजनाथ सिंह कोलकाता (साउथ), अरुण जेटली बेंगलुरू और नितिन गडकरी निजामाबाद में रहेंगे। इस दौरान कई पब्लिक इवेंट्स ऑर्गनाइज किए जाएंगे। ज्यादातर केंद्रीय मंत्री उन लोकसभा क्षेत्रों में जाएंगे जिन्हें पार्टी हाईकमान ने सिलेक्ट किया। इसके अलावा बीजेपी सांसदों को भी एक-एक सीट का दौरा करने को कहा गया है। इस कवायद का मकसद 2019 में ज्यादा बेहतर परफॉर्मेंस करना है।
अब नए इलाकों पर फोकस ज्यादा
पार्टी हाईकमान ने ऐसी सीटों पर फोकस किया है जहां जीत की उम्मीद ज्यादा है। पार्टी 20 साल बाद ओडिशा में दो दिन की नेशनल एग्जीक्युटिव मीटिंग करने जा रही है। यहां पार्टी की उम्मीदें इसलिए भी ज्यादा हैं क्योंकि हाल के लोकल बॉडी इलेक्शन में बीजेपी ने बेहतरीन परफॉर्मेंस दी है।
नरेंद्र मोदी ने खुद एक लंबी लिस्ट तैयार की है जिसमें सांसदों को बताया गया है कि उन्हें क्या करना है।
कैम्पेन की तारीख भी बहुत सोच समझकर तैयार की गई है। दरअसल, 6 अप्रैल को पार्टी का स्थापना दिवस है जबकि 14 अप्रैल को डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की एनिवर्सिरी है।
पार्टी जनरल सेक्रेटरी भूपेंद्र यादव ने कहा, “हम आम जनता तक केंद्र सरकार की कामयाबियों को पहुंचाना चाहते हैं। जीएसटी और हाल के दिनों में कई राज्यों में मिली जीत को भी जनता तक पहुंचाया जाएगा।” बता दें कि यादव के पास ही बिहार का भी चार्ज है। वो खुद मधेपुरा में मौजूद रहेंगे। ये लालू यादव का गढ़ माना जाता है।
अमेठी में रहेंगी स्मृति
यूनियन हेल्थ मिनिस्टर जेपी नड्ढा त्रिशूर, स्मृति ईरानी अमेठी और वीके सिंह राय बरेली में रहेंगे। बता दें कि स्मृति ईरानी ने पिछला लोकसभा चुनाव अमेठी से ही लड़ा था, हालांकि यहां से राहुल गांधी ने जीत दर्ज की थी। दूसरी तरफ, वीके सिंह राय बरेली पहुंचेेंगे, ये सोनिया गांधी का लोकसभा क्षेत्र हैं और वो यहां से सांसद हैं।
जनरल सेक्रेटरी अनिल जैन फिरोजाबाद जबकि राम कृपाल यादव मैनपुरी में डेरा जमाएंगे। ये दो क्षेत्र समाजवादी पार्टी के गढ़ माने जाते हैं। पार्टी प्रेसिडेंट बनने के बाद अमित शाह ने कई राज्यों में बीजेपी को कामयाबी दिलाई है। इनमें ओडिशा, वेस्ट बंगाल, केरल और नॉर्थ ईस्ट के राज्य शामिल हैं। अब इन राज्यों में शाह लोकसभा की ज्यादा सीटें जीतने की तैयारी कर रहे हैं। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, शाह की ये कोशिश इसलिए भी है अहम है क्योंकि हो सकता है कि वो यूपी, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान में वो 2014 जैसी परफॉर्मेंस ना दे पाएं।