लखनऊ। समायोजन के मुद्दे पर राज्य सरकार से वार्ता विफल होने से नाराज शिक्षामित्र सोमवार को लखनऊ में प्रदर्शन करने के लिए इकट्ठे हुए। बता दें कि प्रदर्शन के लिए पूरे प्रदेश से शिक्षामित्र लखनऊ में जुटे हैं और इनकी संख्या करीब डेढ़ लाख तक होने का दावा किया जा रहा है। जिलों से आ रहे शिक्षामित्रों को पुलिस ने लखनऊ सीमा पर ही रोक लिया जिसे लेकर उनमें आक्रोश दिखा और उन्होंने सड़कों पर बसें रोककर विरोध प्रदर्शन किया।
शिक्षामित्रों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
अखिलेश यादव ने ट्वीट के जरिए शिक्षामित्रों के प्रति अपना समर्थन पेश किया है। उन्होंने कहा कि लखनऊ में लाखों शिक्षामित्र अपने परिवार के भरण-पोषण और अपने आत्मसम्मान को बचाने के लिए इकट्ठा हुए हैं, पिकनिक मनाने के लिए नहीं। अखिलेश ने कहा कि सहायक शिक्षकों के पद पर शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द होने से लाखों परिवारों के समक्ष जीवनयापन और रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है। यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार ने 1.72 लाख शिक्षामित्रों का समायोजन कर उन्हें सम्मानपूर्वक जीने का अवसर दिया था, लेकिन बीजेपी सरकार बनते ही शिक्षामित्रों के उत्पीड़न की कार्यवाही शुरू हो गई।