शिक्षामित्रों का प्रतिनिधि मंडल अन्ना हजारे से मिला, हजारे ने कहा कि अगर शिक्षामित्रों को न्याय नहीं मिला तो देशव्यापी आंदोलन करेंगे
लखनऊ. स्थायी नियुक्ति की मांग को लेकर शिक्षामित्रों का आंदोलन जारी है। अब उनके इस आंदोलन को सामाजिक कार्यकर्ता का साथ मिला गया है। ने शिक्षामित्रों के आंदोलन में उनका सहयोग करने का आश्वासन दिया है। शिक्षामित्रों के कार्य बहिष्कार से सूबे के 250 विद्यालयों में ताले पड़े हैं जिसके चलते प्राइमरी स्कूलों में शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद से शिक्षामित्र स्थायी नियुक्ति को लेकर आंदोलनरत हैं। हालांकि, योगी सरकार ने उन्हें यह ऑफर दिया था कि आप 10 हजार में अपना शिक्षण कार्य जारी रख सकते हैं, लेकिन शिक्षामित्रों को यह मंजूर नहीं है। उनका कहना है कि सरकार उन्हें पहले की तरह ही सहायक शिक्षकों के पद पर नियुक्त करे।
शिक्षामित्रों के प्रतिनिधि मंडल ने महाराष्ट्र के रालेगढ़ सिद्धी पहुंचकर को शिक्षामित्रों के आंदोलन की जानकारी दी। शिक्षामित्र संघ के अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा कि ने केंद्र व राज्य सरकार से शिक्षामित्रों के मामले में उचित निर्णय लेने की अपील की है। अनिल यादव ने कहा कि अगर शिक्षामित्रों को न्याय नहीं मिला तो शिक्षामित्रों के साथ मिलकर देशव्यापी आंदोलन करेंगे।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से शिक्षामित्रों का कई जिलों में प्रदर्शन जारी है। बेसिक शिक्षा विभाग के मुताबिक, शिक्षामित्रों के दूसरे चरण के आंदोलन के तीसरे दिन करीब 250 प्राथमिक विद्यालय बंद रहे, जबकि कई स्कूलों में सिर्फ एक ही शिक्षक बचा है। शिक्षामित्रों का कहना है कि अब लिखित आश्वासन के बाद ही सरकार से कोई बातचीत होगी होगी। पूरे प्रदेश में शिक्षामित्र सहायक अध्यापक के पद समायोजन की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा है कि सहायक अध्यापक बनने के लिए शिक्षामित्रों को दो साल में टीईटी पास करना होगा। इसके अलावा उच्चतम न्यायालय ने साफ तौर पर कहा है कि शिक्षामित्रों का सहायक अध्यापक के पद पर समायोजन के मामले में पूरी तरह प्रदेश सरकार फैसला लेगी।
शिक्षामित्रों को भरोसा- मानेगी सरकार
जब शिक्षामित्रों के आंदोलन को वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता का साथ मिलने की बात कही जा रही है, देखना होगा कि शिक्षामित्रों के साथ के साथ जुड़ जाने से उनका यह आंदोलन किस मुकाम पर पहुंचेगा। फिलहाल, के साथ आने से शिक्षामित्रों में नया जोश भर गया है। शिक्षामित्र कौशल किशोर ने कहा कि जब हमारे साथ देशव्यापी आंदोलन करेंगे, तो निश्चित ही सरकार को शिक्षामित्रों के सहायक अध्यापक के पद समायोजन के मामले में फैसला लेना होगा।