28 C
Lucknow
Thursday, September 19, 2024

शिक्षा के मंदिर में अवैध वसूली होती है यहाँ……भ्रष्टाचार एक बड़ा ही गंभीर मुद्दा है।

*इं. सनत तिवारी
*उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खोखले वादों का मामला सामने आया है।एक तरफ भाजपा की सरकार भ्रष्टाचार मुक्त उत्तर प्रदेश की बात करती है,वही इटावा में शिक्षा के मंदिर में अवैध वसूली का मामला सामने आया है,जो बच्चे इस देश का भविष्य होते हैं,उन्ही से विद्यालय में प्रवेश एवं एडमिशन शुल्क के लिए अतिरिक्त रुपये मांगे जा रहे है,जो शिक्षा अनमोल है,उसी शिक्षा के लिए भी भ्रष्टाचार होना एक बड़ा ही गंभीर मुद्दा है।*

*मामला इटावा का है जहाँ आये दिन विवादों में घिरे रहने वाले शिवनारायण इंटर कालेज में प्रवेश फार्म के नाम पर अतिरिक्त वसूली की जा रही है,जो फार्म निशुल्क होता है उसके लिए 50 ₹ रिश्वत ली जा रही है।वही प्रवेश फॉर्म पर कोई मूल्य अंकित नही किया गया है। वही एडमिशन शुल्क पर 150 से 200 ₹ की अतिरिक्त उगाही की जा रही है।*
*सूचना मिलने पर जब न्यूज़ वन इंडिया की टीम उक्त मामले की पड़ताल करने पहुंची और विद्यालय के प्रधानाचार्य राजकुमार वर्मा से सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि विद्यालय के अतिरिक्त खर्चो के लिए विद्यार्थियों से ज्यादा पैसे लेना उनकी मजबूरी है,विद्यालय प्रशासन के इस बयान पर उत्तर प्रदेश की सरकार पर सवाल उठने लगा है,क्या ये सरकार अब विद्यालय के खर्चो को भी उठाने में असमर्थ है।*

*जब प्रधानाचार्य से पूछा गया कि एडमिशन फीस से अतिरिक्त 150 ₹ किस बात के ओर क्यो लिए जा रहे हैं तो उन्होंने पल्ला झाड़ते हुए साफ इंकार कर दिया कि ऐसी कोई अवैध वसूली नही की जा रही है वही अध्यापकों का कहना है कि 150 ₹ की अवैध वसूली प्रधानाचार्य जी के मौखिक निर्देश पर की जा रही है जिसकी कोई रसीद मुहैय्या नही कराई जा रही है।*
*जब प्रधानाचार्य ने अपने स्टाफ के साथ न्यूज़ वन इंडिया की टीम को विद्यालय का भ्रमण कराया को देखने मे आया कि कक्षाओ में अध्यापक ही नहीं हैं।बच्चे हाथ पर हाथ रखे हुए शिक्षक के आने की प्रतीक्षा कर रहे हैं कि कब अध्यापक कक्षाओ में आये और अध्यापन करे।*

*जब टीम ने मामले की तह तक जाने की कोशिश की, तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खोखले वादों का पिटारा खुलता नज़र आया। शिवनारायण इण्टर कॉलेज के 13 अधयापकों ने प्रधानाचार्य राजकुमार वर्मा को 1 शिकायती पत्र प्रस्तुत करते हुए लिखा था कि विद्यालय के 2 अध्यापक कमलेश शर्मा व राजीव राज पिछले 2 वर्षों से लगातार उपस्थिति रजिस्टर पर हस्ताक्षर करके आये दिन विद्यालय से गायब हो जाते हैं ओर जब उनका मन होता है तब अवकाश कर लेते हैं और अगले दिन उपस्थित रजिस्टर पर व्हाइटनर का प्रयोग करके पुनः उपस्थिति दिखा देते हैं।*
*जब इस संबंध में न्यूज़ वन इंडिया की टीम ने मामले की तह तक जाने के लिए प्रधानाचार्य से पूछा तो उन्होंने 2 महीने का ब्यौरा तो दिखा दिया बल्कि पिछले 2 वर्ष का ब्यौरा ये कहकर दिखाने से मना कर दिया कि आज बड़े बाबू जी नही आये हैं।*
*जो ब्यौरा उनके द्वारा दिखाया गया उस ब्यौरे में भी केवल इन्ही 2 अध्यापको की उपस्थिति में व्हाइटनर का प्रयोग किया गया था।13 अधयापकों द्वारा दिये गए शिकायती पत्र पर कोई कार्यवाही नही हुई।*

*वही प्रधानाचार्य द्वेषपूर्ण भावनाओं से ओर अध्यापको का पिछले 6 वर्षों का उपस्थिति ब्यौरा दिखाने लगे ओर कहने लगे कि ये इतना लेट आया है ,जबकि जिन 2 अध्यापको का ब्यौरा मांगा गया था वो दिखाया नही गया क्योंकि बड़े बाबू जी नही थे।*
*फिर ओर अध्यापको का ब्यौरा दिखाने के लिए कब और कहा से बड़े बाबू जी आ गए।*
*प्रधानाचार्य द्वारा टीम को कहा गया कि अगले दिन विद्यालय में आयें उनको पिछले 2 वर्ष का उपस्थिति रजिस्टर का ब्यौरा मुहैय्या कर दिया जाएगा।*

Latest news
- Advertisement -spot_img
Related news
- Advertisement -spot_img

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें