सीतापुर-अनूप पाण्डेय
सीतापुर. गांव में ओडीएफ की जांच करने आई लखनऊ की एक टीम पर ग्रामीणों द्वारा हमला कर गाड़ियों में तोड़फोड़ करने का मामला सामने आया है। ग्रामीणों का आरोप है कि ओडीएफ टीम के साथ ग्राम प्रधान भी मौजूद थे जिस पर ग्रामीणों ने ओडीएफ में घोटाले का आरोप लगाते हुए शौचालय में गड़बड़ी का भी आरोप लगाया, तो टीम ने उसे अनसुना कर दिया। जिस पर ग्रामीणों ने टीम का विरोध किया तो ग्राम प्रधान ने देशी तमंचे से फायर कर दिया। जिसके बाद वहां मामला गर्म हो गया। उग्र ग्रामीणों ने टीम को गांव से भगाकर दो बाइक समेत स्कॉर्पियो गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया। घटना शहर कोतवाली क्षेत्र के गंगापुर गांव की हैं।
सीतापुर ब्लाक खैराबाद क्षेत्र में लखनऊ मंडल की एक टीम ओडीएफ की जांच करने आयी थी। जांच के दौरान ग्रामीणों ने शौचालय में घोटाले और घटिया सामग्री प्रयोग करने का आरोप लगाया। जिसकी जांच टीम ने अनसुनी कर दी। ग्रामीणों का आरोप है कि टीम के साथ ग्राम प्रधान भी मौजूद थे, लेकिन ग्राम प्रधान ने शिकायतकर्ता ग्रामीणों को वहां से भगा दिया और टीम को लेकर चले गए। ग्रामीणों का कहना है कि जब टीम गांव के बाहर जांच कर रही थी तो दोबारा दर्जनों ग्रामीणों ने टीम से शिकायत दर्ज कराई। जिस पर ग्रामीणों के मुताबिक ग्राम प्रधान ने असलहे से फायर कर दिया। जिससे ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई। जिससे कई ग्रामीण चोटिल हो गए। वहीं टीम के अधिकारियों का कहना है कि कुछ ग्रामीण शराब के नशे में विवाद कर रहे थे। उन्होंने टीम के साथ मारपीट की और गाड़ियों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।
पुलिस ने गाड़ियां निकलवाया बाहर
घटना की जानकारी पर पुलिस ने गांव में घुसकर ग्रामीणों द्वारा तोड़ी गई टीम की गाड़ियों को अपने कब्जे में लेकर गांव से बाहर निकलवाया। पुलिस का कहना है कि ग्राम प्रधान द्वारा फायर की बात सामने आ रही है। जिसकी जांच पड़ताल की जा रही है। ग्रामीणों ने टीम पर हमला कर गाड़ियों में तोड़फोड़ की है। जांच टीम के लोगों और घायल ग्रामीणों का मेडिकल कराया जा रहा है। विवेचना के दौरान जो भी तथ्य प्रकाश में आएंगे उसके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।