माघ मेले के चौथे सबसे बड़े महत्वपूर्ण स्नान बसंत पंचमी के मौके पर इलाहाबाद के संगम तट पर सोमवार को आस्था का सैलाब उमड़ा. बसंत पंचमी के पावन पर्व पर आज सुबह से ही श्रद्धालुओं के संगम में आने का क्रम जारी है.
बसंत पंचमी को विद्या की देवी मां सरस्वती की जयन्ती के रुप में भी मनाया जाता है, लिहाजा आज के दिन गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की पवन त्रिवेणी में स्नान और दान का है विशेष महत्व है. प्रशासन ने आज पचास लाख श्रद्धालुओं के संगम में स्नान की उम्मीद जताई है.
माघ शुक्लपक्ष की पंचमी तिथि का संचारण रविवार को दोपहर के बाद होने के कारण सोमवार को स्नान का क्रम भोर से ही आरंभ हो गया और यह देर शाम तक चलेगा.
ज्योतिर्विद आचार्य अविनाश राय के मुताबिक स्नान का सर्वोत्तम मुहूर्त सुबह 5.43 ससे शाम 7.43 बजे तक रहेगा. वहीं शुक्र अस्त होने से यज्ञोपवीत नहीं किया जा सकेगा.
इससे पहले रविवार को पंचमी पर संगम में डुबकी लगाने के लिए लाखों लोग पहुंचे. जिसकी वजह से शहर में जाम की स्थिति भी बनी रही.
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं. भारी संख्या में पुलिस और सुरक्षा बालों को तैनात किया गया है.