नई दिल्ली। कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक खत्म हो गई है। बैठक कांग्रेस ने देश की आर्थिक स्थिति को पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह के पूर्व अनुमान को सटीक करार देते हुए मोदी सरकार को घेरा।
बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह ने कहा कि नोटबंदी की वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था को नुकसान उठाना पड़ा है। इसके अलावा कश्मीर में फैली अशांति का मसला भी बैठक का केंद्र बिंदु रहा। उन्होंने कहा कुछ दिन पहले 2016-17 चौथी तिमाही की जीडीपी जारी हुए उनके मुताबिक देश की आर्थिक वृद्धि धीमी हो गई है। नोटबंदी की घोषणा के बाद सकल मूल्यवर्धित (जीवीए), निजी क्षेत्र निवेश में निरंतर गिरावट आ रही है। जीवीए ग्रोथ इंडस्टी में मार्च 2012 में 10.7 फीसदी घटकर मार्च 2016 में 3.8 फीसदी हो गयी है। इस सब का सबसे चिंताजनक पहलू नौकरी सृजन पर प्रभाव है। देश के युवाओं के लिए नौकरियां बहुत मुश्किल घड़ी में हैं। निर्माण उद्योग जो सबसे बड़ा रोजगार है मुश्किल दौर में है। जिसकी वजह से लाखों नौकरियों का नुकसान हो रहा है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि सच हुई मनमोहन सिंह की बात सच साबित हो रही है। सोनिया ने बैठक में कहा कि हाल ही में आए जीडीपी आंकड़े बताते हैं कि जो भी पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने नोटबंदी के बारे में कहा था वह सच साबित हुआ है। मौजूदा सरकार के शासन में लगातार गरीब, पीड़ित, अल्पसंख्यकों के लिए हालात खराब हुए हैं। सरकार के कार्यकाल में लगातार हिंसात्मक घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। जम्मू-कश्मीर की मौजूदा हालात सरकार के फेलियर को दर्शाता है।
बैठक के बाद गुलाम नबी आजाद ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ”हर साल 12,500 किसान आत्महत्या करते हैं। आज भी किसानों का प्रदर्शन चल रहा है| तीन साल में बेरोज़गारी बढ़ी, महंगाई बढ़ी, नोटबंदी से जीडीपी ग्रोथ दर पर इतना बड़ा असर पड़ा नुकसान हुआ|”
सरकार के तीन साल पर हमला बोलते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा कि ”सरकार ने कहा था कि पांच साल में दस करोड़ रोजगार दिए जाएंगे और एक साल में दो करोड़ रोजगार दिए जाएंगे लेकिन नई नौकरी तो किसी को मिली नहीं लेकिन जो करोड़ों लोग बेकार और बेरोजगार हो गए।”