दो सीआरपीएफ जवानों की हत्या में दोषी करार दिये गये पांच माओवादियों को अधिकतम सजा क्या होगी, इसे लेकर गुरुवार को न्यायालय परिसर में अधिवक्ताओं के बीच चर्चा होती रही। एडीजे एक के न्यायालय के बाहर लोगों की काफी भीड़ थी। पांचों दोषी करार दिये गये माओवादियों के परिजन भी न्यायालय में मौजूद थे। सबको बेसब्री से इंतजार था न्यायालय के फैसले का। फांसी की सजा सुनाए जाने के साथ ही परिजनों की आंखों से आंसू छलक पड़े। सजा सुनाये जाने के बाद पुलिस अभिरक्षा में एक माओवादी विपिन मंडल को जब कोर्ट से बाहर लाया गया तो तो उसकी मां दौड़कर बेटे से लिपट गई और फफक-फफक कर रोने लगी। फांसी की सजा सुनाये जाने से आरोपियों के चेहरे पर खौफ दिख रहा था।