समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुधवार को ताजमहल के नजदीक होटल रेडिसन ब्लू में हुई। इसमें राजनीतिक और आर्थिक प्रस्तावों पर चर्चा हुई। 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए भी अभी से रणनीति बनाने पर मंथन हुआ।
गुरुवार को तारघर मैदान पर होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन में इन्हें रखा जाएगा। बैठक में राष्ट्रीय महासचिव मोहम्मद आजम खां शामिल नहीं हुए। पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव का भी अंतिम समय तक इंतजार रहा।
राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में कार्यकारिणी बैठक शाम लगभग पांच बजे शुरू हुई। इसमें राष्ट्रीय कार्यकारिणी के 50 सदस्यों ने शिरकत की। इसमें दस राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष भी मौजूद थे। बैठक में देश में वर्तमान राजनीतिक हालात पर चर्चा की गई।
दो घंटे चली समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुधवार को ताजमहल के नजदीक होटल रेडिसन ब्लू में हुई। इसमें राजनीतिक और आर्थिक प्रस्तावों पर चर्चा हुई। 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए भी अभी से रणनीति बनाने पर मंथन हुआ।
गुरुवार को तारघर मैदान पर होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन में इन्हें रखा जाएगा। बैठक में राष्ट्रीय महासचिव मोहम्मद आजम खां शामिल नहीं हुए। पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव का भी अंतिम समय तक इंतजार रहा।
राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में कार्यकारिणी बैठक शाम लगभग पांच बजे शुरू हुई। इसमें राष्ट्रीय कार्यकारिणी के 50 सदस्यों ने शिरकत की। इसमें दस राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष भी मौजूद थे। बैठक में देश में वर्तमान राजनीतिक हालात पर चर्चा की गई।
दो घंटे चली बैठक
बताया जा रहा है कि नोटबंदी और जीएसटी के बाद से व्यापारियों को हुई परेशानी, किसानों को कर्ज माफी में आ रही दिक्कतें आदि मुद्दों पर मंथन हुआ। बैठक में मुलायम सिंह के आने का कार्यक्रम निर्धारित नहीं था, इसके बावजूद उनके आने की संभावना जताई जा रही थी। बैठक लगभग दो घंटे तक चली।
राष्ट्रीय अध्यक्ष के भाषण के साथ यह खत्म हुई। इसमें पार्टी महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव, नरेश अग्रवाल व सुरेंद्र नागर, उपाध्यक्ष किरनमय नंदा, कोषाध्यक्ष संजय सेठ, रामजीलाल सुमन, नीरज शेखर, अहमद हसन, अबू असिम आजमी, रेवती रमण सिंह, रामगोविंद चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, दिल्ली की प्रदेश अध्यक्ष ऊषा यादव, बिहार के प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र प्रसाद यादव सहित तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, उत्तराखंड, केरल, कर्नाटक और असम के प्रदेश अध्यक्ष भी मौजूद रहे।
पार्टी महासचिव मोहम्मद आजम खां के भी न पहुंचने पर तमाम तरह के कयास लगाए गए। गुरुवार को पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन होगा। इसमें कार्यकारिणी की बैठक में रखे गए प्रस्तावों का पारित किया जाएगा। साथ ही राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव भी होगा।
बताया जा रहा है कि नोटबंदी और जीएसटी के बाद से व्यापारियों को हुई परेशानी, किसानों को कर्ज माफी में आ रही दिक्कतें आदि मुद्दों पर मंथन हुआ। बैठक में मुलायम सिंह के आने का कार्यक्रम निर्धारित नहीं था, इसके बावजूद उनके आने की संभावना जताई जा रही थी। बैठक लगभग दो घंटे तक चली।
राष्ट्रीय अध्यक्ष के भाषण के साथ यह खत्म हुई। इसमें पार्टी महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव, नरेश अग्रवाल व सुरेंद्र नागर, उपाध्यक्ष किरनमय नंदा, कोषाध्यक्ष संजय सेठ, रामजीलाल सुमन, नीरज शेखर, अहमद हसन, अबू असिम आजमी, रेवती रमण सिंह, रामगोविंद चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, दिल्ली की प्रदेश अध्यक्ष ऊषा यादव, बिहार के प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र प्रसाद यादव सहित तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, उत्तराखंड, केरल, कर्नाटक और असम के प्रदेश अध्यक्ष भी मौजूद रहे।
पार्टी महासचिव मोहम्मद आजम खां के भी न पहुंचने पर तमाम तरह के कयास लगाए गए। गुरुवार को पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन होगा। इसमें कार्यकारिणी की बैठक में रखे गए प्रस्तावों का पारित किया जाएगा। साथ ही राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव भी होगा।