भारत स्वच्छता अभियान का बहराइच में कुछ इस तरह हो रहा अनुपालन,सफाई के नाम पर सफाई कर्मी खुद फैला रहे हैं गन्दगी,लोगों का राह चलना भी बना दुशवार…….
बहराइच :(अब्दुल अजीज)NOI:- प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट भारत स्वच्छता अभियान का बहराइच में खुला मखौल उड़ाया जा रहा है,और ये और कोई नही बल्कि जिनके हाथों में शहर की सफाई का जिम्मा है वही लोग प्रधान मंत्री के इस सपने को धूल चटाने पर आमादा हैं और उनके इस कृत्य को जिला व नगर पालिका प्रशासन देख कर भी अनदेखा करता नजर आ रहा है।जी हाँ शहरी क्षेत्रों की साफ सफाई करने और कराने की जिम्मेदारी सरकार के माध्यम से नगर पालिका प्रशासन के पास है और सदियों पुरानी इस व्यवस्था को सुचारु रूप से सम्पादित कराने के लिये शासन द्वारा सम्बन्धित नगर पालिका और नगर पंचायतों को विशालकाय वित्तीय बजट भी उपलब्ध कराता रहता है लेकिन इन सबके बावजूद बहराइच शहर की सफाई व्यवस्था राम भरोसे दिखाई दे रही है जिसके अंतर्गत शहर की गलियों की जहां नियमित रूप से साफ सफाई नही की जाती है और जब होती भी तो कुछ इस तरह उस काम को अंजाम दिया जाता है मानो पक्की हुई हांडी का खाना किसी को परोसने के बजाय उसे ढलका दिया जाता है।शहर में किये गये एक सर्वेक्षण में पाया गया कि आज 27 दिसम्बर को काजीपुरा तथा 26 दिसम्बर को नाजिर पुरा विक्रम होटल के पीछे कई महीनों से गन्दी पड़ी नालियों की सफाई की गई और इस दौरान नालियों से निकाले गये गन्दे मलबे को बजाए उठा कर कूड़ेदान में फेंकने के इन सफाई कर्मियों द्वारा कुछ इस तरह उसी क्षेत्र में जगह जगह ढेर कर दिया गया जिससे नाली की जगज पूरी गलियों में गन्दगी फैल गयी और सफेद सफेद गली की जगह काली काली जमीन दिखाई दे रही थी तथा उस मार्ग से निकले वाले राहगीरों के जूते चप्पल और कपड़े गन्दे होते देखे लेकिन इतना सब कुछ होने के बाद भी क्षेत्रीय सभासद और सफाई नायक से लेकर नगर पालिका प्रशासन को इसकी कोई सुध बुध नही हो रही है।अपने आस पास साफ सफाई रखने और इससे जुड़े तन्त्रों को चुस्त दुरुस्त बनाने के लिये शासन और प्रशासन स्तर पर एक अभियान चला कर लोगों को सफाई के प्रति जागरूक बनाया जा रहा मगर बहराइच शहर में ये व्यवस्था हवा हवाई होती दिखाई दे रही।अब सोचना ये है कि प्रधान मंत्री जी के इस सपने को कैसे साकार किया जा सकता है।ये बात अपने आप मे एक सवाल बनकर रह गया है।