सीतापुर-अनूप पाण्डेय,सुनील वर्मा/NOi-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर महमूदाबाद समाज की तरक्की के लिए इस धरती पर शिक्षा ही सबसे बड़ा हथियार है, इसी से ही समाज की सुरक्षा व उत्थान सुनिश्चित होता है।
हमारे पूरे समाज को इस शिक्षारूपी हथियार को अवश्य ही अपनाना चाहिए l
यह बात क्षेत्र के एक गाँव में चल रही बुद्ध कथा में लखनऊ से पहुंचे समीक्षा अधिकारी, महाधिवक्ता उच्च न्यायालय (खण्डपीठ लखनऊ )व डेमोक्रेटिक रिपब्लिक इम्प्लाइज़ फेडरेशन ऑफ इण्डिया के प्रदेश अध्यक्ष भारत सिंह ने अपने सम्बोधन में कही ।
क्षेत्र के गाँव चलाकापुर महमूदाबाद में चल रही बुद्ध कथा में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे श्री भारत सिंह ने वहाँ उपस्थित सैकड़ों धम्म प्रेमियों को अपने सम्बोधन में शिक्षा के महत्व को बताते हुए महापुरुषों की संघर्षगाथा को सबके सामने
प्रस्तुत करते हुए कहा कि शिक्षा की महानायिका सावित्री बाई फुले , सामाजिक आन्दोलन के जन्मदाता ज्योतिबा फुले , अन्धविश्वास के धुर विरोधी रामास्वामी नायकर , आरक्षण के जनक छत्रपति शाहू जी महाराज , सन्त गाडगे आदि महान समाज सुधारकों के अधूरे मिशन को भारत रत्न डा भीमराव अम्बेडकर जी जीवनपर्यन्त पूरा करने में लगे रहे ।समाज में समता स्थापित हो सके तथा सबको न्याय मिल सके इस उद्देश्य से हमारे महापुरुषों के सहयोग से बाबा साहब ने भारत को लोकतान्त्रिक जामा पहनाने के लिए भारतीय संविधान की रचना कर पूरे भारतीयों को सौंप दिया ।इसी मिशन को आगे बढ़ाते हुए मान्यवर कांशीराम , महामानववादी रामस्वरूप वर्मा , जयपाल सिंह कश्यप , पेरियार ललई सिंह यादव , शहीदे आजम जगदेव प्रसाद कुशवाहा आदि तमाम क्रांतिकारियों ने उस मिशन को कामयाब बनाने के लिए अपनी कुर्बानियां दी l
अब समय आ गया है कि मूलनिवासियों एकजुट हो जाओ , जागो और अपने अधिकार छीन लो क्योंकि मांगने से कभी अधिकार नहीं मिला करते l इम्प्लाइज़ को भी मूलनिवासियों के हित के लिए सबसे आगे आना चाहिए क्योंकि पूरा समाज उनकी ओर उम्मीदों का दामन फैलाये सहयोग की अपेक्षा में खड़ा है।इस आवसर पर उपस्थित
सामाजिक चिंतक देवेन्द्र कश्यप ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सोये हुए समाज को जगाना राष्ट्र को जाग्रत करने के समान है। जब सोया हुआ समाज जागता है तो राष्ट्र का बेहतर विकास होता है इसलिए सोये हुए समाज को जगाकर उसे उसके कर्तब्यों व अधिकारों के विषय में बताना प्रत्येक भारतवासी नागरिक का पुनीत कर्तव्य है l शिक्षा समाज के विकास की रीढ़ की हड्डी है। इसलिए सबको सामाजिक शिक्षा हासिल करनी चाहिए l शिक्षक दीपचन्द ने कहा कि ज्ञान-विज्ञान का युग है इसलिए ढोंग-पाखण्ड से दूर रहने में हम सभी की भलाई है l फेडरेशन के प्रदेश संगठन मन्त्री अरविन्द कुमार ने कहा कि नशा जैसी बुराई समाज में ब्याप्त है जो समाज व राष्ट्र को खोखला कर रही है। जिस पर अंकुश लगाने के लिए हम सबको आगे आना होगा l संगीतमय ढंग से कथावाचक आर एल मौर्या व कथावाचिका संघमित्रा बौद्ध ने भी समाज को स्वस्थ बनाने के लिए कुरीतियों से दूर रहने की नसीहत दी l
इस अवसर पर मंगल सेन , जयरानी , हरिनाम सिंह वर्मा , अनिल यादव , मैकूलाल मौर्या , रामागर सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।