नागपुर। एनसीपी अध्यक्ष और महाराष्ट्र के वरिष्ठ नेता शरद पवार ने किसानों से राज्य सरकार के खिलाफ असहयोग आंदोलन शुरू करने का आह्वान किया है। उन्होंने मंगलवार को नागपुर में सरकार के खिलाफ विपक्ष के संयुक्त हल्ला बोल और जनाक्रोश मोर्चे को संबोधित करते हुए कहा, सरकार जब तक किसानों का कर्ज माफ नहीं करती, तब तक किसान न तो बिजली का बिल भरें और न ही बैंकों का कर्ज चुकाएं। जो सरकार आम लोगों के काम की नहीं है, उसके साथ भी सहयोग करने की जरूरत नहीं है। मंगलवार को शरद पवार का 77वां जन्मदिन था।
राज्य की बीजेपी-शिवसेना सरकार के खिलाफ कांग्रेस, एनसीपी, शेकाप, एसपी और अन्य विपक्षी पार्टियों ने मिलकर नागपुर में बाबासाहेब आंबेडकर के स्मारक से विधानभवन तक यह मोर्चा निकाला था। दो किलोमीटर लंबे इस मोर्चे में करीब डेढ़ लाख लोगों के शामिल होने का दावा किया जा रहा है। मोर्चे के बाद हुई विराट सभा को शरद पवार के अलावा कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद, अशोक चव्हाण व पृथ्वीराज चव्हाण, एनसीपी के अजित पवार और एसीपी के अबु आसिम आजमी ने भी संबोधित किया।
मोर्चे में जमा विराट भीड़ देखकर उत्साहित विपक्ष के नेता केंद्र की मोदी सरकार से लेकर राज्य की फडणवीस सरकार पर जमकर बरसे। एनसीपी प्रमुख पवार ने कहा, ‘केंद्र और राज्य सरकार को जगाने के लिए हल्ला बोल आंदोलन करना पड़ रहा है। क्या मुख्यमंत्री का विपक्ष को धमकी देना उचित है/ आम जनता, किसानों और मजदूरों की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है। यही लोग बीजेपी को सत्ता से उखाड़ फेंकेंगे।’