भोपाल,एजेंसी-8 सितम्बर। नर्मदा बचाओ आंदोलन की प्रमुख मेध्ाा पाटकर ने सरदार सरोवर बांध के तहत पुनर्वास में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए इसे व्यापमं जैसा घोटाला बताया है। उन्होंने कहा कि पीएम और मुख्यमंत्री खुद पैदल नर्मदा नदी के किनारे पैदल यात्रा कर हकीकत देखने और तथ्यों पर बात करें।
राजधानी के गांधी भवन में मंगलवार को पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने आरोप लगाए कि डूब क्षेत्र में आने वाले किसानों के नाम पर पुनर्वास पैकेज में जमकर खेल हुए हैं। फर्जी रजिस्ट्रियां हुईं और करीब 1000 करोड़ रुपए अफसर व दलाल मिलकर खा गए। प्रदेश को कुल 2300 करोड़ का पुनर्वास पैकेज मिला था। इधर बांध से प्रदेश को कोई फायदा भी नहीं हुआ। 3900 से ज्यादा परिवारों को जमीन के बदले जमीन मिलने की पात्रता है, लेकिन जमीन नहीं मिली। उन्होंने कहा कि 12 अगस्त से बड़वानी के राजघाट पर चल रहा सत्याग्रह अब सरकार से टकराव की स्थिति में है।
उन्होंने कहा कि सरकार कोर्ट में देनदारी जीरो बताती है, पर ऐसा नहीं हुआ। सरकार के दावों की पोल खोलने राजघाट में शुरू किया गया सत्याग्रह प्रभावितों को हक मिलने तक जारी रहेगा। 40-45 हजार लोग पुनर्वास के इंतजार में हैं। सरदार सरोवर की ऊंचाई 139 मीटर करने से मध्यप्रदेश जलसमाधि के लिए तैयार हो चुका है। सवाल ये उठता है कि मध्यप्रदेश ऊंचाई बढ़ाने पर चुप क्यों है। पाटकर ने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश ने प्रदेशवासियों के हितों को ताक पर रखकर गुजरात के साथ गठजोड़ कर लिया है। गुजरात नर्मदा का पानी उद्योगों को दे रहा है। 4 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि पर सिंचाई होनी थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।