आम आदमी पार्टी की अंदरूनी कलह खुलकर सामने आ गई है। कुमार विश्वास ने पार्टी पर निशाना साधा तो अब संजय सिंह ने विश्वास पर ही हमला कर दिया है।
आम आदमी पार्टी के सामने एमसीडी चुनाव में हार के बाद मुश्किलों का पहाड़ खड़ा हो गया है। पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर चौतरफा हमला किया जा रहा है। पंजाब से लेकर दिल्ली तक केजरीवाल की नीतियों को पार्टी की इस हालत के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। एक तरह से आप में बवंडर जैसी स्थिति दिखाई दे रही है। अन्ना हजारे ने भी केजरीवाल पर हमला किया तो कुमार विश्वास ने केजरीवाल और पार्टी की रणनीति को सवालों के घेरे में रखा. कुमार विश्वास के हमले के बाद पार्टी के ही बड़े नेता संजय सिंह ने पलटवार किया है। इस तरह से पार्टी के अंदर की कलह अब बाहर आ गई है। संजय सिंह ने बिना नाम लिए कवि और पार्टी के वरिष्ठ नेता विश्वास पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि जीत के 100 बाप होते हैं लेकिन हार हमेशा अनाथ होती है।
संजय सिंह ने कहा कि चुनाव के नतीजों के बाद एक दूसरे पर सवाल उठाने से कोई फायदा नहीं है। पार्टी को किसी की सलहा की जरूरत नहीं है। एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने से बचना चाहिए। अगर किसी को कुछ कहना है कि वो पार्टी के फोरम पर अपनी बात रख सकता है। इस तरह से मीडिया में बात रखने का कोई फायदा नहीं है। संजय सिंह ने कहा कि कार्यकर्ताओं तक ये संदेश नहीं जाना चाहिए कि हम हमेशा लड़ते रहते हैं। संजय सिंह ने किसी का नाम तो नहीं लिया लेकिन माना जा रहा है कि उन्होंने विश्वास के लिए ये बयान दिया है, जिन्होंने आम आदमी पार्टी की चुनावी रणनीति पर सवाल खड़े किए थे। बता दें कि एमसीडी चुनाव में हार के बाद इस्तीफा देने वालों में संजय सिंह का भी नाम शामिल है।
कुमार विश्वास ने इशारों ही इशारों में दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा जिस वक्त भारतीय जवानों ने उड़ी अटैक के बाद पाकिस्तान में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक की थी उस वक्त भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा गया था। जो पूरी तरह गलत था। इस तरह का फैसला पार्टी को नहीं उठाना चाहिए था। न्यूज चैनल आजतक से बातचीत के दौरान कुमार विश्वास ने कहा कि पार्टी ने कई बार और कई मसलों पर गलत फैसले लिए। उन्होंने कहा कि कई फैसले तो बंद कमरों में ही ले लिए गए। इसके साथ ही उन्होंने ईवीएम को लेकर चल रही कंट्रोवर्सी पर भी अपनी बेबाक राय रखी। उन्होंने कहा कि हार के लिए इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन को निशाना बनाना ठीक नहीं है।
एमसीडी इलेक्शन की हार पर कुमार विश्वास का कहना है कि पार्टी अपनी वजहों से ही चुनाव हारी है। गोपाल राय को दिल्ली का प्रभारी बनाया गया था। लेकिन, उनके साथ चुनावी मुद्दों को लेकर कोई बात ही नहीं हुई। बस पीएसी की मीटिंग में निर्देश दे दिए गए थे। कुमार का कहना है कि आम आदमी पार्टी में बड़े बदलाव की जरुरत है। हमें हार की समीक्षा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ये हमारी छठी हार है। मतलब साफ है कि लोग हमने कटते जा रहे हैं। दूर होते जा रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि हम सिर्फ इसलिए हारे हैं कि लोगों ने हमें वोट नहीं दिया है। इसका ठीकरा ईवीएम पर नहीं फोड़ा जा सकता। कुमार कि अलावा पंजाब के नेता हरप्रीत सिंह घुग्गी और भगवंत मान भी हार के लिए पार्टी हाईकमान को ही जिम्मेदा ठहरा चुके हैं।