सीतापुर-अनूप पाण्डेय/NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर शासन के आदेश नहीं रखते हैं मायने जहां कोविड-19 महामारी को देखते हुए सभी नर्सिंग होम क्लीनिकों को बंद कराकर पूरे उत्तर प्रदेश में केविड 19 का प्रोटोकॉल तहत प्रशिक्षण ग्रहण कर नर्सिंग होम व क्लीनिक संचालित करने का आदेश जारी हुआ था मगर सीतापुर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एलिया के चितारा चौराहे पर सारदा क्लीनिक और बंगाली क्लीनिक दोनों ही झोलाछाप डॉक्टर धड़ल्ले से मरीजों को भर्ती कर इलाज कर रहे हैं।
जहां पर कोरोना प्रोटोकॉल तहत ना तो सैनिटाइजर नाही मास्क का प्रयोग किया जा रहा है और तो और जब उनसे बात की गई तो उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक को बताया कि यहां पर दोबारा आ कर जा चुके हैं और उनके ही देखरेख में यह क्लीनिक चल रहा है अब सबसे बड़ा सवाल उठता है यह है कि जब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक ही लापरवाह है तो दूसरे को क्या कहा जा सकता है वही इस संबंध में डिप्टी सीएमओ राजशेखर से बात की गई तो उन्होंने कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है अब यह देखना होगा कि ऐसे झोलाछाप डॉक्टरों पर क्या स्वास्थ्य महकमा कार्यवाही करता है कि खोखले ही दावे करता रहेगा।
जब की ग्रामीण एरिया में लगातार सभी झोला छाप डॉक्टर अपनी मौत की दुकाने संचालित कर रहे है ।