रिपोर्ट-अनूप पाण्डेय,सनोज मिश्रा
यूपी केसीतापुर गोकशी पर सख्त योगी सरकार किसानों के दर्द को नहीं समझ पा रही है। वह अलग बात है कि प्रदेश में कई गोशालाएं खुलवाई गई हैं लेकिन यह सब काफी नही हैं। आवारा जानवर किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहे हैं। मजबूर किसान खेतों में कटीले या फिर ब्लेड वाले तार लगवा रहे हैं जिस कारण खेतों में जाने वाले जानवर चोटिल हो रहे हैं। सीतापुर के सिधौली ब्लाक में स्थित जजौर गांव में तो सामुदायिक केंद्र जानवरों का ठिकाना बन गया है। आरोप है कि यहां जानवरों को बंद कर दिया गया है, क्योंकि वह किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहे हैं।
ग्रामीणो ने बताया कि जजौर गांव में स्थित डॉक्टर अंबेडकर सामुदायिक केंद्र में दर्जनों जानवरों को बंद कर दिया गया है। ताकि वह खेतों में न जा सके। जानवर भूख प्यास से तड़प रहे हैं। उन्हें अभी तक खोला नहीं गया है। कुछ ग्रामीणों का कहना है कि फसलों को बचाने के लिए ऐसा किया गया है। सरकार गोकशी पर तो प्रतिबंध लगा रही है। पर आवारा पशुओं के संरक्षण के लिए पर्याप्त गोशालाएं नहीं खुलवा रही जिस कारण ऐसी स्थिति उत्पन्न हो रही है। किसानों की सैकड़ों बीघा फसल को आवारा जानवर रौंद रहे हैं या फिर चर रहे हैं लेकिन न तो प्रदेश सरकार इस तरफ ध्यान दे रही है और न ही प्रशासन। बहरहाल जानवरों को इस तरह बंद करना अमानवीय है। ऐसा नहीं होना चाहिए। हम सभी अभी इन्हें बाहर करने की कोशिश करेंगे। अगर इसका कोई विरोध करेगा तो पुलिस या फिर जिला प्रशासन तक इसकी जानकारी दी जाएगी।